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क्वथन या क्वथनांक बिंदु क्या है , परिभाषा , मान , उदाहरण , व्याख्या वर्णन (boiling point in hindi)

(boiling point in hindi) क्वथन या क्वथनांक बिंदु क्या है , परिभाषा , मान , उदाहरण , व्याख्या वर्णन : जब किसी द्रव को गर्म किया जाता है तो यह वाष्प (वाष्पन) में बदलना शुरू हो जाता है , जब इसे और अधिक गर्म किया जाता है तो एक किसी ताप पर जब द्रव का वाष्प दाब , वायमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है तो यह उबलना शुरू हो जाता है और इसे ही क्वथन कहते है , जिस ताप पर यह द्रव उबलना शुरू होता है उसे क्वथनांक बिंदु कहते है।

अर्थात क्वथनांक बिंदु वह ताप का मान है जिसे उस द्रव को देने पर या उस ताप तक गर्म करने पर इसका वाष्प दाब ,  वायमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है।

यदि किसी द्रव का इसके ऊपर वाष्प दाब कम बनता है तो उस द्रव का क्वथन भी कम होता है अर्थात वह द्रव कम ताप पर ही उबलने लगता है।

जब किसी द्रव को गर्म किया जाता है तो द्रव वाष्प के रूप में ऊपर की ओर उठने लगता है और कुछ वाष्प दाब बनता है  , जब लगातार इसे गर्म किया जाता है तो एक ताप बिंदु ऐसा आता है जिस पर द्रव के ऊपर बनने वाला वाष्प दाब का मान वायमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है , और इसे ही क्वथन कहते है , इस ताप पर द्रव उबलना शुरू हो जाता है और इस प्रक्रिया को क्वथन कहा जाता है तथा जिस ताप पर यह प्रक्रिया संपन्न होती है अर्थात जिस ताप पर वाष्प दाब , वायमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है उस ताप को क्वथनांक बिंदु कहते है।

क्वथनांक बिंदु : वह ताप जिस पर किसी द्रव के ऊपर वाष्प दाब का मान , वायमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है और द्रव उबलना शुरू हो जाता है , उस ताप को क्वथनांक बिंदु कहते है।

समुद्र तल पर शुद्ध जल का क्वथनांक बिंदु 100 डिग्री सेल्सियस होता है , अर्थात इस ताप पर द्रव उबलना शुरू हो जाता है या दुसरे शब्दों में कहते तो समुद्र तल पर यदि किसी शुद्ध जल को 100 डिग्री सेल्सियस पर गर्म किया जाता है तो इसके ऊपर बनने वाला वाष्प दाब का मान वायमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है और जल उबलना शुरू हो जाता है अत: जल का क्वथनांक बिंदु 100° C (212° F) होता है।

जब किसी द्रव को गर्म किया जाता है तो इसमें द्रव बुलबुले बनकर द्रव में ऊपर की और उठता हुआ दीखता है और फिर वाष्प के रूप में बाहर निकल जाता है जब बुलबुले बाहर निकलते है तो वहां ये कुछ वाष्प दाब बना लेते है और जब इन बुलबुलों का वाष्पदाब का मान वायमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है तो वह द्रव उबलना शुरू हो जाता है और इस प्रक्रिया को क्वथन कहते है और उस ताप को जिस ताप पर यह प्रक्रिया संपन्न होती है उसे क्वथनांक बिंदु कहते है।