which was the first state to pass gst bill in hindi ?
GST लागू करने वाला भारत का पहला राज्य कौनसा है ? जीएसटी लागू करने वाला देश का पहला राज्य कौन सा है ?
उत्तर : भारत देश में GST को लागू करने वाला पहला राज्य ‘असम’ था। जिस समय असम में यह gst विधेयक पारित किया गया उस समय असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल थे।
भारत देश में GST लागू करने के लाभ बताइए अर्थात जीएसटी लागू करने के भारत को क्या फायदे हुए ?
1. भारत में दोहरे कर की समस्या का समाधान हो गया।
2. सम्पूर्ण भारत में एक देश एक कर लागू हो गया। जिससे किसी एक वस्तु पर लगने वाला टैक्स भी एक ही प्रकार से और समान लिया जाता है जिससे हर राज्य में वस्तु का मूल्य भी एक समान मिल जाता है अर्थात इस टैक्स ने भारतीय बाजार को संगठित बाजार बना दिया है। जिससे हर राज्य में किसी एक वस्तु का मूल्य अलग अलग नहीं होकर समान मिल जाता है।
3. पहले जनता पर कर का भार अधिक था जिससे जनता परेशान थी जिसे कम करने के लिए GST टैक्स लागू किया गया जिससे सभी टैक्स के स्थान पर एक टैक्स अर्थात GST लागू कर दिया गया जिससे जनता पर कर भार को कर कर दिया गया।
4. प्राचीन कर प्रणाली बहुत अधिक जटिल थी जिसके कारण व्यापारियों को कर प्रणाली समझने में अत्यधिक कठिनाई होती थी , इसे सरल और सभी को समझने योग्य बनाने के लिए GST लागू किया गया जिससे भारत में कर प्रणाली को बहुत आसान बना दिया गया है।
5. प्राचीन समय में कर के ऊपर कर लगाया जाने की समस्या विद्यमान थी जिसे दूर करने के लिए भारत देश में GST लागू किया गया ताकि टैक्स के ऊपर टैक्स की समस्या को दूर किया जा सके। टैक्स के ऊपर टैक्स की समस्या को केस्केडिंग प्रभाव की समस्या कहा जाता है , GST द्वारा इस समस्या को दूर किया जा चूका है।
6. पहले एक ही वस्तु पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों सरकारें टैक्स लेती थी इसलिए हमेशा दोनों सरकारों में असामंजस्य की स्थिति उत्पन्न हो जाती है अर्थात दोनों के मध्य स्थिति स्पष्ट नहीं थी लेकिन GST लागू होने के बाद यह समस्या दूर हो गयी , वर्तमान समय में किसी वस्तु पर लागू होने वाला टैक्स कितना होगा और कौन वसूल करेगा यह पूर्णतया स्पष्ट है।
7. GST लागू होने से पूर्व एक ही वस्तु पर विभिन्न प्रकार के टैक्स लिए जाते है इस समस्या को दूर करने के लिए GST लागू किया गया ताकि किसी एक वस्तु पर इतने प्रकार के करों से मुक्ति मिल सके और सबके स्थान पर एक कर लागू हो सके।
8. चूँकि राज्यों में करों की दरें अलग अलग थी जिससे इक्कठा होने वाला कर धन भी हर राज्य के पास अलग था जिससे उनके लिए विकास के अवसर भी अलग अलग थ , इस समस्या को दूर करने के लिए GST लागु किया गया जिससे सभी राज्यों को विकास के समान अवसर प्राप्त हो सके।
9. चूँकि प्राचीन कर प्रणाली काफी कठिन थी इसलिए छोटे और बड़े दोनों प्रकार के व्यापारियों के लिए इन नियमों की पालना करना काफी कठिन था , जिससे उन पर क़ानूनी कार्यवाही करनी पड़ती थी इस प्रकार भारत में क़ानूनी विवादों की संख्या बहुत अधिक बढ़ रही थी , इसे कम करने के लिए आसान कर प्रणाली अर्थात GST लागू किया गया क्योंकि यह सरल कर प्रणाली है जिसे हर व्यापारी समझ सकता है और इनके नियमों की पालना कर सकता है इस प्रकार क़ानूनी विवादों की संख्या बहुत हद तक कम हो चुकी है।
10. चूँकि प्राचीन कर प्रणाली में नियम अत्यधिक जटिल थे इसलिए छोटे व्यापारियों के लिए इन कठिन नियमों की पालना बहुत कठिन था और इनकी पालना करने में उनको काफी पैसे खर्च करने पड़ते थे , इस समस्या के निदान के लिए GST लागू किया गया चूँकि यह सरल कर प्रणाली है इसलिए इसकी अनुपालना में व्यापारी को अधिक धन खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। अर्थात इसमें व्यापारी आसानी से सरकार को कर चूका सकता है।
11. प्राचीन कर प्रणाली में विभिन्न प्रकार के कर लागू किये जाते थे जिससे सरकार को विभिन्न प्रकार के प्रशासन की आवश्यकता थी जिससे इनकी व्यवस्था में भी सरकार को अधिक खर्च करना पड़ता था लेकिन GST आसान कर प्रणाली है इसलिए इसमें कम प्रशासन की आवश्यकता होती है जिससे सरकार को इन पर खर्च भी कम करना पड़ता है।
12. GST कर प्रणाली द्वारा कर चोरी को भी रोकने का प्रयास किया गया है और बहुत हद तक कर को चोरी को रोका गया है।
13. GST कर प्रणाली लागू करने का एक उद्देश्य भ्रष्टाचार को रोकना भी था और GST टैक्स प्रणाली लागू होने के बाद बहुत हद तक भ्रष्टाचार को कम किया गया है।