जल मार्ग , आंतरिक , महासागरीय जलमार्ग , जल परिवहन , Water transportation in hindi
जल मार्ग :
आंतरिक – नदी , तालाब , झील आदि :- कम दूरी – राष्ट्रीय महत्व
महासागरीय – समुद्र – लम्बी दूरी , अन्तराष्ट्रीय महत्व।
महासागरीय
1. उत्तरी अटलांटिक महासागरीय : यह उत्तर अमेरिका को यूरोप से जोड़ता है | यह जहाज विश्व से 1/4 है | विश्व में से बंदरगाहो में से 30 बंदरगाह यहाँ है | यह सबसे व्यस्ततय जलमार्ग है |
यह उत्तरी अमेरिका के देश तथा यूरोप के देशो से जोड़ता है |
- कनाडा
- जर्मनी
- USA
- तुर्की
2. उत्तमाशा अन्तरीय महासागरीय जलमार्ग : सबसे पहले समुद्र मार्ग ठंडा था |कोलम्वास : यह कि दूसरी बार जिसने ठंडा था , वह यूरोप से किस-किस को जोड़ता है |
- गुड होप अन्तरीय
- मोम्बास
- कोची
पोर्ट सइद व स्वेज नहर का निर्माण करने वाले फार्डीनेन्ड डी लेसेप्स |स्वेज नहर को बनने में कितना समय लगा – 10 साल , 1956-1869
इसका आरम्भ 1869 में हुआ है |यूरोप व एशिया के मध्य पहले से कितनी दूरी कम हुई – 1600 किलोमीटर
स्वेज नहर के मध्य से कितने वाहन हक़ साथ निकल सकते है – 100 वाहन (जल परिवहन)
स्वेज नहर किस किस को जोडती है – भूमध्य सागर व लाल सागर
प्रश्न : जल परिवहन किसे कहते है ? सबसे व्यस्ततम जल मार्ग का नाम लिखकर उत्तमाश अन्तरीय महासागरीय जलमार्ग व स्वेज नहर का विस्तृत वर्णन कीजिये |
उत्तर : जल परिवहन (Water transportation in hindi) : जो जल के माध्यम से परिवहन करते है उन्हें जल परिवहन कहते है |
विश्व में सबसे व्यस्ततम जलमार्ग : उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग , यह मार्ग दो देशो को जोड़ता है उत्तरी अमेरिका व यूरोप |
उत्तमाश अन्तरीय मार्ग : अटलांटिक महासागर के बाद यह महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग है , यह पश्चिमी यूरोपीय और पश्चिमी अफ्रीका देशो व दक्षिण अमेरिका में ब्रान्जिल , अर्जेन्टीना और उरुन्ते में से मिलता है अफ्रीका के दक्षिण में केप ऑफ गुडहोप पहुँचते है | यहाँ केपटाउन बंदरगाह है मार्ग में जहाजो के ईंधन लेने के बन्दरगाह है मार्ग में जहाजो के ईंधन लेने के बंदरगाह केपटाउन , पोर्ट |
प्रश्न : आंतरिक जलमार्ग किसे कहते है ? विश्व में प्रमुख आन्तरिक जलमार्ग का विस्तृत वर्णन कीजिये |
उत्तर : आन्तरिक जलमार्ग : यह महाद्वीपीय या स्थलीय भागो में स्थित नदियों तथा झीलों से होकर जाता है | इसके लिए वे नदियाँ और झीले उपयुक्त होती है |
जिनमे पर्याप्त जल और गहराई के साथ ही ढाल कम पाया जाता है | नदियों में रेत आदि के निक्षेप भी जल परिवहन में बाधा उत्पन्न करते है जो नदियाँ या झीले शुष्क ऋतू में सुख जाती है अथवा शीत ऋतु में जम जाती है , उनमे केवल मौसमी परिवहन ही सम्भव हो जाता है , विश्व में जिन भागो में पर्याप्त जल प्रवाह वाली बड़ी बड़ी नदियाँ पायी जाती है उनका उपयोग जल परिवहन के लिए किया जाता है | विश्व के प्रमुख आंतरिक जलमार्गो का विवरण इस प्रकार है –
1. यूरोप के आंतरिक जलमार्ग : आन्तरिक जलमार्ग की दृष्टि से यूरोप की स्थिति उतम है , उत्तर-पश्चिम में अटलांटिक महासागर और दक्षिण में भूमध्य सागर में गिरने वाली नदियाँ यूरोपीय देशो को अन्तराष्ट्रीय व्यापार की सुविधा प्रदान करती है | उत्तर की ओर प्रवाहित होने वाली राइन सीन और पो नदियों दक्षिण की ओर बहने वाली डेन्यूब डोन नीपर तथा निस्टर नदियों और कैरीपयन सागर में गिरने वाली वोल्गा नदी के निचले भागो का प्रयोग जल परिवहन के लिए किया जाता है |
पश्चिमी यूरोपीय कुछ देशो (जर्मनी , फ्रांस आदि ) में जल परिवहन के लिए नहरों का भी निर्माण किया गया है | राइन नदी जर्मनी और नीदरलैंड से होकर प्रवाहित होती है | रूप नदी पूर्व में राईन में मिलती है जो संपन्न कोयला क्षेत्र से प्रवाहित होती है | यह जलमार्ग विश्व का अत्यधिक प्रयोग में लाया जाने वाला जलमार्ग है |
2. उत्तरी अमेरिका के आंतरिक जलमार्ग : संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के मध्य स्थित महान झीलों में जल परिवहन की पूर्ण सुविधा है . सुपिरिथर , मिशिगन , हारून और इरी झील से होकर सेंटलोरेंस नदी के मुहाने तक जलपोतो के आने-जाने की सुविधा से यह एक प्रमुख व्यापारिक मार्ग है | मिसीसीपी मिसौरी और ओहियो नदियाँ भी नौगम्य है जो कई औद्योगिक नगरो की जोडती है | कनाडा से महान झील मार्ग के अतिरिक्त सस्केचान मैकेन्जी और ओहाबा नदियों के भी जल परिवहन होता है किन्तु शीत ऋतु में हिमाच्छादन से इसमें अवरोध उपस्थित होता है |
3. एशिया के आंतरिक जल मार्ग : चीन में हवान्गहो अपने मुहाने से लगभग 200 किमी ऊपर तक नौगाम्य है , यांगतीसिक्याग नदी भी मुहाने पर स्थित शंघाई नगर से लेकर क्युकियांग तक नौका जाने योग्य है दक्षिणी भाग में प्रवाहित होने वाली सिक्यांग नदी अपेक्षाकृत अधिक नौगमय है दक्षिणी पूर्वी एशिया में इश्वदी मीनाम सिक्यांग आदि , नदियाँ मुहाने से थोड़ी दूरी तक ही नौगम्य है जिनका व्यापारिक महत्व बहुत कम है |
4. दक्षिणी अमेरिका के आंतरिक जलमार्ग : उत्तरी भारत में पश्चिम से पूर्व की ओर प्रवाहित होने वाली विशाल नदी अमेजन अपनी सहायक नदियों सहित लगभग 30000 किमी लम्बा जलमार्ग प्रदान करती है | दक्षिणी ब्राजील , अर्जेन्टीना और मुरुग्वो के पराना , पराग्वे तथा प्लाटा नदियों के जलमार्ग की सुविधा जहाँ मुहाने से लगभग 1500 किमी अन्दर तक जल पोत सुगमता से पहुच जाते है |
5. अफ्रीका के आंतरिक जलमार्ग : अफ्रीका में नील कांगो नाइजर आदि कई बड़ी नदियाँ है यधपि नील नदी केवल मुहाना प्रदेश में ही नौगम्य है किन्तु नाइजर और कांगो नदियों के मुहाने से लेकर लगभग 1100 किमी भीतरी भाग तक जल परिवहन की सुविधा है |
6. ऑस्ट्रेलिया के आन्तरिक जलमार्ग : ऑस्ट्रेलिया में केवल मर्रे तथा डार्लिग नदियों के मुहाने से लगभग 1500 किलोमीटर अन्दर तक जलपोत पहुच सकते है , अन्य नदियाँ नौगम्य नहीं है |
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