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गैसों के द्रवीकरण पर दाब के प्रभाव को समझाइए। pressure effect on liquify of gases in hindi

प्रश्न 22 : गैसों के द्रवीकरण पर दाब के प्रभाव को समझाइए।

उत्तर : गैसों के द्रवीकरण का अभिप्राय है गैस का द्रव अवस्था में परिवर्तन , जब कोई गैस द्रव अवस्था में परिवर्तित होती है तो उस पर दाब का क्या प्रभाव पड़ेगा इसका अध्ययन हम यहाँ करते है।

जब एक सिलेंडर में गैस भरी हुई होती है तो यह गैस एक उच्च दाब पर भरी जाती है ताकि इस सिलेण्डर में अधिक गैस की मात्रा को भरा जा सके।

ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि दाब के कारण गैस के कण पास पास आ जाते है अर्थात जब गैस पर दाब आरोपित किया जाता है तो गैस के कणों के मध्य की दूरी कम हो जाती है जिससे सिलेंडर में अधिक मात्रा में गैस को भरा जा सके अत: हम कह सकते है कि दाब की उपस्थिति से गैस के कणों को समीप लाया जा सकता है या दुसरे शब्दों में कहे तो दाब में परिवर्तन करके गैस के कणों की व्यवस्था में परिवर्तन संभव है।

अत:

द्रवीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें कोई गैस , द्रव अवस्था में परिवर्तित होती है।

उदाहरण : सामान्यता हम देखते है कि ऑक्सीजन गैस अवस्था में पायी जाती है लेकिन जब ऑक्सीजन गैस पर एक निश्चित दाब आरोपित किया जाए और ताप के मान को निश्चित मान तक कम किया जाए तो ऑक्सीजन , गैस अवस्था से द्रव अवस्था में परिवर्तित हो जाती है , इसी प्रक्रिया को हम गैसों का द्रवीकरण कहते है।

द्रवीकरण की प्रक्रिया बहुत ही आवश्यक मानी जाती है क्यूंकि जब गैसों को संग्रहित किया जाता है तो कम जगह पर अधिक गैस को रखने के लिए इसे द्रव अवस्था में परिवर्तित करना आवश्यक होता है क्यूंकि गैस अवस्था में कण अधिक दूरी पर स्थित होते है जिसके कारण गैस अवस्था में अधिक जगह की आवश्यकता होती है लेकिन गैस अवस्था में कण पास पास स्थित होते है इसलिए गैसों को द्रव अवस्था में संगृहीत करने के लिए कम स्थान की आवश्यकता होती है , इसलिए गैसों का द्रवीकरण आवश्यक है।

उदाहरण : वाहन अपने ईंधन को जलाने के लिए और चलने के लिए वातावरण में उपस्थित ऑक्सीजन को काम में लेते है , यदि ऑक्सीजन को इस प्रकार किसी सिलेंडर में भरना है कि वह कार में फिट हो जाए तो इसके लिए ऑक्सीजन गैस को पहले द्रव अवस्था में बदलना पड़ेगा जिससे यह सिलेंडर में एक उच्च मात्रा तक भरी जा सके। जब किसी गैस का द्रवीकरण किया जाता है तो इस प्रक्रिया में कणों को पास पास धकेला जाता है , जिससे कण पास पास आ जाते है और एक कम स्थान पर अधिक कणों को रखा जाता है अर्थात द्रवीकरण के बाद , अधिक मात्रा में गैस को कम क्षेत्रफल में रखा जाता है |

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