संरचना विकास किसे कहते है (Morphogenesis in hindi meaning definition) आकृति विज्ञान मोर्फोजेनेसिस
(Morphogenesis in hindi meaning definition) संरचना विकास किसे कहते है आकृति विज्ञान मोर्फोजेनेसिस ?
संरचना विकास (Morphogenesis)
पादप भागों के कर्तोतकों को जल संवर्धन माध्यम पर उपयुक्त पोषक तत्वों के अनुपात में रखा जाता है तब कैलस निर्मित होता है जो कोशिकाओं की असंगठित संहति होती है। कैलस कोशिकाओं को जल उपसंवर्धन हेतु दूसरे पोष पदार्थ पर स्थानान्तरित करते हैं तब पादप अंगों का निर्माण होता है। कैलस में यह देखा गया है कि कछ विशेष सक्रिय वृद्धि स्थल होते हैं जो विभज्योतक केन्द्र कहलाते हैं। इन केन्द्रों पर उपस्थित कोशिकायें साइटोकाइनिन व ऑक्सिन की उचित सान्द्रता पर मूल अथवा प्ररोह आरंभिकायें निर्मित करती हैं।
परिभाषा (Definition)
किसी भी पोष पदार्थ में पोषक तत्वों की इष्टतम मात्रा मिलाने पर जो पादपक की संरचना है, विभेदन, विकास एवं वृद्धि होती है उसे संरचना विकास (morphogenesis) कहा जाता है।
ऊतक संवर्धन में पादप के किसी भाग का कर्तोतक लेकर उसे परिवर्धित किया जाता है। कुछ उपरान्त इसे उपसंवर्धन माध्यम पर रख कर इसमें मूल व प्ररोह का उत्पादन किया जाता है। बाहर से पोष पदार्थ में इष्टतम मात्रा में पोषक तत्व मिलाने पर जो हर पादप जाति के लिए अलग अलहोते हैं कोशिकायें विभाजित होना आरम्भ कर देती हैं तथा कुछ समय उपरान्त कोशिका विभेदन द्वारा अंग निर्माण आरम्भ होता है। कैलस बनने के लिए जो कोशिकायें असंगठित रूप से विभाजित हो रही थी वह प्रक्रिया रूक जाती है व कैलस में विभज्योतकी कोशिकाओं के पुंज बनने लगते हैं। यह कोशिका मूल आद्य अथवा प्ररोह कलिका बनाने में सक्षम होते हैं। अध्ययन के दौरान यह देखा गया है कि कैलस से अगर जड़ पहले बनती है तब उसमें प्ररोह बनने की संभावना कम हो जाती है। इसके विपरीत अगर प्ररोह कलिका पहले निर्मित हो जाती है तब मूल आद्य आसानी से विकसित हो जाते हैं। मूल तथा प्ररोह में जैविक सम्बन्ध स्थापित होते ही पर्ण पादपक निर्मित करने के लिए विभेदन, वृद्धि एवं विकास आरम्भ हो जाता है। जड़ निर्माण के समय कैलस ऊतक का रंग अपरिवर्तित रह सकता है अथवा हल्का पीतवर्ण हो जाता है जबकि प्ररोह कलिका निर्माण के समय हरे तथा पीले रंग के वर्णक निर्मित होकर कैलस का रंग परिवर्तित कर देते हैं।
वैज्ञानिकों के अपने शोध के दौरान यह देखा है कि कैलस से जो आरम्भ में अंगजनन होता है उसमें पादपकों का विभेदन, विकास एवं वृद्धि दर बेहतर होती है। उपसंवर्धन के दौरान कार्यिकी, आनुवंशिकी कारणों से अथवा संवर्धन माध्यम के संगठन के बदलाव के कारण विभेदन क्रिया धीमी पड़ जाती है। कभी-कभी कैलस ऊतक कोशिकाओं के गुणसूत्रों में इस प्रकार के अवांछित परिवर्तन हो जाते हैं कि पूर्णशक्तता अवरुद्ध हो जाती है। शुरू में कैलस जिस प्रकार के कर्तोतक से निर्मित होता है उस आधार पर सभी कोशिकायें संमागी रूप से अगुणित अथवा द्विगुणित होती हैं। धीरे-धीरे बहुगुणिता के कारण कैलस के व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिलते हैं। इसमें कभी मूल उत्पन्न हो जाती है, तथा प्ररोह विकसित नहीं हो पाता या कभी-कभी पूर्ण पादपक ही पुनर्जनित हो जाता है अतः यह माना गया कि उपसंवर्धन में अतजात कारक तथा मोरफोजीन्स (morphogenes) वृद्धि की क्रांतिक (critical) अवस्था में पाये जाते हैं। जिन उपसंवर्धनों में संरचनात्मक वृद्धि का हास होता है उस उपसंवर्धन में बाहर आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करने पर पुनर्जनन की क्षमता पुनः प्राप्त हो जाती है।
हाल ही में हुये जैवरासायनिक शोध से संरचना विकास में हार्मोन तथा उनकी मात्रात्मक पारस्परिक क्रिया को महत्व दिया गया है। प्ररोह व जड़ विभेदन से पहले यह पाया गया कि कैलस ऊतक मे परऑक्सीडेज सक्रिय हो जाता है तथा ऐसे विकर जो कार्बोहाइड्रेट उपापचय में सहयोगी होते हैं उनकी गतिविधि काफी बढ़ जाती है अतः यह माना जा सकता है कि पूर्णशक्त कोशिकायें अपने आतारक नियंत्रित प्रोग्राम के अनुसार ही विभेदन, विकास एवं संरचनात्मक विकास करती है।
संरचना विकास में महत्वपूर्ण कारक
संवर्धन माध्यम में पादपकों के पूर्ण निर्माण हेतु निम्न कारक महत्वूपर्ण माने गये हैं-
(प) कर्तोतक ्तक प्राप्ति स्थल – कर्तोतक पादप के किस स्थल से लिया जा रहा है उसका स्रात बहुत महत्वपूर्ण होता है।
कर्तोतक किस स्थल से लेने पर वृद्धि अच्छी तरह से करेगा यह हर पादप जाति के लिए निर्धारित होता है जैसे –
(ं) पर्ण – बिगोनिया, सोलेनम
(इ) पुष्पस्तंभ – ट्यूलिप
(ब) संचयी भाग – एकबीजपत्री पादप
(क) पुष्पक्रम अक्ष – हावर्थिया ।
(पप) कर्तोतक की आयु – कर्तोतक का स्थलध्स्रोत के चयन के पश्चात् उसकी आयु महत्वपूर्ण होती है जैसे निकोटिआना में-
(ं) तरूण पर्ण – केवल जड़ें उत्पन्न करती हैं।
(इ) मध्य आयु पर्ण – जड़ व तना निर्मित करती है।
(पपप) कर्तोतक का आमाप – कर्तोतक का आमाप यह निर्धारित करता है कि पादपक की संरचना का विकास किस प्रकार का होगा। छोटे आमाप के कर्तोतक के बजाय थोड़े बड़े कर्तोतक में पुर्नजनन क्षमता अधिक पायी गयी है।
(पअ) प्रकाश – प्रकाश का रंग तथा अवधि संरचना विकास को प्रभावित करता है। प्रकाश के नीले रंग द्वारा प्ररोह व लाल वर्ण द्वारा मूल का विभेदन प्रेरित होता है।
;अ) ऑक्सीजन प्रवणता – कैलस में ऑक्सीजन की मात्रा भी विभेदन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं। ऑक्सीजन की कमी पर प्ररोह कलिका व अधिकता पर जड़ें निर्मित होती हैं।
(अप) हार्मोन – ऑक्सिन, साइटोकाइनिन आदि संरचना विकास के लिए महत्वपूर्ण कारक हैं।
(अपप) संवर्धन माध्यम – संरचना विकास का सर्वाधिक महत्वूपर्ण कारक संवर्धन माध्यम में मिश्रित किये जाने वाले पोषक तत्व हैं जो सूक्ष्म, वृहत खनिज लवणों, शर्करा तथा फॉस्फेट, विटामिन आदि पर निर्भर करता है तथा इन सभी की मात्रा पादप जाति के अनुसार परिवर्तित होती रहती है।
संरचना विकास के उपयोग
1. इस प्रकार के अध्ययन से पादपों की मूलभूत आवश्यकताओं के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है।
2. कैलस संवर्धन द्वारा आर्थिक महत्व के पादपों का पुर्नजनन किया जाता है।
3. इसके द्वारा रोग प्रतिरोधी जातियां विकसित की जा रही हैं।
प्रश्न (Questions)
(।) बहुविकल्पी प्रश्न (Multiple Choice Questions)
1. पोष पदार्थ में किस हार्मोन की अधिकता से प्ररोह बनता है
(ं) सायटोकाइनिन (इ) ऑक्सिन
(ब) जिबरेलिन (क) कोई नहीं
More amount of which hormone helps in shoot making
a) Cytokinin ;b) Auxin
c) Gibberellin ;d) None
2. संरचना विकास को प्रभावित करने वाले कारक है
ं(ं) प्रकाश ;b) तापक्रम
(ब) जल ;क) सभी
Factors which ffaect morphogenesis
a) Light b) Temperature
c) Water ;d) A11
3. प्रकाश का नीला रंग किसका निर्माण करता है
;ं) मूल ;b) पर्ण
;c) बीज ;क) प्ररोह
Blue colour of light ffaects the formation of
a) Root b) Leaf
c) Sedd ;d) Shoot
उत्तर (Answers)
1. (ं), 2. (क), 3.(क)
(ठ) रिक्त स्थान भरिए (Fill In the Blanks)
1. कोशिकायें…………………… होती हैं।
Cells are————————
2. बिगोनिया में…………………. कर्तोतक का स्रोत है। .
In Bignonia explant is obtained from———————-
उत्तर (Answers)
1. पूर्णशक्त (Totipotent), 2. पर्ण (Lea)ि
(ब्) सत्य ध्असत्य (True or False)
1. कैलस में प्ररोह निर्माण पर कैलस हरे रंग का हो सकता है।
The colour of callus is green when it forms stem
2. जायलम व फ्लोएम का निर्माण ऊतकजन कहलाता है।
Formation of Ûylem and phloem is called as histogenesis.
उत्तर (Answers)
1. सत्य (True), 2. सत्य (True)
(क्) लघुत्तरात्मक प्रश्न (Short Answer Type Questions)
1. पूर्णशक्तता की परिभाषा दीजिए।
Define totipotency-
2. प्ररोह व मूल बनाने हेतु संवर्धन माध्यम में कौन से हार्मोन आवश्यक हैं।
Which hormones are essential in the culture medium for the formation of shoot and root.
(म्) टिप्पणी लिखिय. (Write Short Notes)
1. विभेदन पर टिप्पणी लिखिये।
Write a short note on dffierentiation-
2. संरचना विकास को प्रभावित करने वाले महत्वूपर्ण कारकों पर टिप्पणी लिखिये।
Write a short note on the important factors ffaecting morphogenesis-
(थ्) निबन्धात्मक प्रश्न (Essay Type Questions) .
1. कोशिकीय पूर्णशक्तता पर लेख लिखिये।
Write an essay on cellular totipotency-
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