जड़त्व (inertia) : जब कोई वस्तु विराम अवस्था में है या एक समान वेग से गतिशील है और इस पर कोई भी बाह्य बल कार्य नहीं कर रहा है तो वह वस्तु अपनी अवस्था को बनाएँ रखती है इसे ही जडत्व कहते है।
अर्थात वस्तु विराम अवस्था में है तो वह विराम अवस्था में रहेगी और एक समान गतिशील अवस्था में है तो वह एक समान गति से गतिशील रहेगी जब एक इस पर कोई बाह्य बल कार्य न करे।
जडत्व का तात्पर्य है किसी बाह्य बल की अनुपस्थिति में वस्तु अपनी अवस्था को बनाए रखती है।
जड़त्व का अभिप्राय है ” अवस्था परिवर्तन के प्रति विरोध ”
उदाहरण : जब एक व्यक्ति हाथी को धक्का देने की कोशिश करता है तो वह नहीं दे पाता क्यूँकि यहाँ हाथी का वजन बहुत ज्यादा है या उसमे जडत्व अधिक पाया जाता है , द्रव्यमान जितना ज्यादा होता है जड़त्व उतना ही अधिक होता है अर्थात ‘जडत्व वस्तु के द्रव्यमान के समानुपाती होता है। ‘
न्यूटन का प्रथम नियम वस्तु के जड़त्व गुण पर आधारित था इसलिए न्यूटन के पहले नियम को जडत्व का नियम भी कहते है।
न्यूटन का प्रथम नियम या जड़त्व का नियम
गति का प्रथम नियम (newton’s first law of motion in hindi) : न्यूटन की गति के प्रथम नियम के अनुसार , प्रत्येक वस्तु अपनी स्थिर अवस्था या एक समान सरल रेखीय गति की अवस्था में तब तक बनी रहती है जब तक कि वस्तु पर कोई बाह्य बल आरोपित न करे।
वास्तव में न्यूटन का प्रथम नियम निर्देश तंत्र के बारे में जानकारी देता है। यह उस तंत्र के बारे में बताता है जिसके लिए न्यूटन यांत्रिकी लागू होती है। इस आधार पर हम न्यूटन के प्रथम नियम को समझा सकते है कि यदि वस्तु पर कार्यरत कुल बल शून्य है तो यह संभव है कि हम ऐसे निर्देश तंत्र की कल्पना करे जिसमे वस्तु का त्वरण शून्य है।
न्यूटन के प्रथम नियम को जडत्व का नियम भी कहते है। और इसके लिए जो निर्देश तन्त्र लेते है उसको जड़त्वीय निर्देश तन्त्र कहते है। सन 1803 में न्यूटन द्वारा लेटिन में लिखे गए नियम को अनुवादित किया गया है कि –
“प्रत्येक वस्तु अपनी स्थिरावस्था या एक समान सरल रेखीय गति को तब तक बनाये रखती है जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल नहीं लगाये। ”
न्यूटन के गति के प्रथम नियम के उदाहरण
- एक बन्दूक की गोली कांच की खिड़की से गुजरने पर एक स्पष्ट छेद कर देती है जबकि एक पत्थर पूरे कांच को तोड़ देता है। गोली का वेग बहुत अधिक होता है। इसकी गति का जड़त्व बहुत अधिक होने के कारण यह कांच में स्पष्ट छेद कर देती है। जब पत्थर को फेंका जाता है तो इसका जडत्व कम होने के कारण यह कांच को काट नहीं पाता है।
- बस में बैठा हुआ यात्री बस के चलने या रूकने पर अचानक धक्का महसूस करता है।
न्यूटन का गति विषयक प्रथम नियम
- न्यूटन का गति विषयक प्रथम नियम बल की गुणात्मक परिभाषा देता है।
- बाह्य असंतुलित बलों के अभाव में वस्तु में त्वरण शून्य होता है अर्थात त्वरण = 0 यदि और केवल यदि F = 0
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