WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

गैमेक्सीन क्या है | गैमेक्सीन पाउडर का उपयोग का रासायनिक नाम | gamaxin powder uses in hindi

gamaxin powder uses in hindi गैमेक्सीन क्या है | गैमेक्सीन पाउडर का उपयोग का रासायनिक नाम ?

291. गैमेक्सीन के अन्य नाम हैं-
I. -बी.एच.सी.
II. लिंडेन
III. ऐल्ड्रिन
इन तीनों में से
(अ) I तथा II सही हैं (स) I तथा III सही हैं
(स) सारे सही हैं (द) II तथा III सही हैं
Ans- (अ) गैमेक्सीन के अन्य नाम -वी० एच० सी एवं लिंडेन है।
BHC (Gaimaxine) Beæene HexaChloride C6H6Cl6 है।
यह कीटो को नाश करने वाला chemical है अतः इसे Insecticide (कीटनाशी) कहते हैं।
292. लकड़ी के भंजक आसवन से उत्पन्न होने वाले कार्बनिक विलायक हैं-
I. एसीटोन
II. मेथैनॉल
III. एथानॉल इन तीनों में से मुख्य हैं-
(अ) I, II और III (स) I और III
(स) I और II (द) II और III
Ans- (स) लकड़ी के भंजक आसवन से उत्पन्न होने वाले कार्बनिक विलायक एसीटोन एवं मेथेनॉल है।
293. अर्धसंश्लेशित पेनिसिलिन का एक उदाहरण हैं-
(अ) एम्पिसिलिन (स) एमोक्सिसिलिन
(स) टेरामाइसिन (द) ऑक्सिपुइन
Ans- (अ) अर्धसंश्लेशित पेनिसिलिन का एक उदाहरण एम्पिसिलिन है।
Penicilline का खोज Alexender flemming के द्वारा किया गया । Penicillium Notetum से Penicilline नामक Antibiotics दवा बनाई जाती है।
294. रासायनिक रूप से इन्सुलिन ……….. है-
(अ) कार्बोहाईड्रेट (स) पेप्टाइड
(स) न्यूक्लियोसाइड (द) ऑलिगोसैकेराइड
Ans- (स) रासायनिक रूप से इन्सुलिन पेप्टाइड हार्मोन होते हैं।
295. लायपेज एन्जाइम समूह द्वारा अभिक्रियाओं का जो वर्ग उत्प्रेरित होता है वह कहलाता है.
I. एस्टरों का जल अपघटन
II. एमाइडों का जल अपघटन
III. एस्टरीकरण
उपर्युक्त तीन अभिक्रियाओं में से सही हैं –
(अ) I, II तथा III (स) I तथा II
(स) I तथा III (द) II तथा III
Ans- (स) लाइपेज इन्जाइम समूह द्वारा अभिक्रियाओं का जो वर्ग उत्प्रेरित
होता है वह एस्टरो का जल अपघटन एवं एस्टरीकरण कहलाता है।
296. वे प्रक्रिया जिन्हें कृत्रिम एन्जाइम बनाने के लिए काम में लाया जाने
वाला प्रक्रम है
I. आनुवंशिक इंजीनियरी
II. क्राउन ईथर का संश्लेषण
III. जीवित-तंत्र से पॉलिपेप्टाइड का वियोजन
उपर्युक्त तीनों प्रक्रियाओं में से कृत्रिम एन्जाइम पाने का सही प्रक्रम है-
(अ) I तथा III (स) I तथा II
(स) I, II तथा III (द) II तथा III
Ans- (स) वे प्रक्रिया जिन्हें कृत्रिम एन्जाइम बनाने के लिए काम में लाया जाने वाला प्रक्रम आनुवांशिक इंजीनियरिंग एवं ब्राउन ईथर संश्लेषण है।
ऽ विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्तर्गत जीन या आनुवांशिकी को कृत्रिम उपायों से परिवर्तित करने का प्रयास किया जाता है आनुवांशिक इंजीनियरिंग कहलाता है।
297. द्रव हाइड्रोकार्बन को कम आण्विक द्रव्यमान के गैसीय हाइड्रोकार्बन
में निम्नलिखित प्रक्रम द्वारा परिवर्तित किया जाता है-
(अ) हाइड्रोजनीकरण (स) रिफॉर्मिंग
(स) भंजन (द) अपचयन
Ans- (स) भंजन द्वारा द्रव हाइड्रोकार्बन को कम आण्विक द्रव्यमान के गैसीय हाइड्रोकार्बन में परिवर्तित किया जाता है।
298. एल्युमिनियम परक्लोरेट निम्नलिखित में काम आता है-
(अ) संकर नोदक (hybrid propellant)
(स) ठोस नोदक
(स) द्रव नोदक
(द) द्विद्रव (biliquid) नोदक
Ans- (अ) एल्युमिनियम परक्लोरेट संकर नोदक (Hybrid Propellant)
के काम में आता है।
299. एलीजारीन है-
(अ) एन्थ्राक्विनोन रंजक (स) रंगबंधक रंजक
(स) ट्राइफेनिलमेथैन रंजक (द) एक प्रतिरोधी
Ans- (अ) एलीजारीन एन्याक्विनोन रंजक है
300. रासायनिक तौर पर जल है-
(अ) एक हाइड्राइड (स) एक ऑक्साइड
(स) एक हाइड्रोक्साइड (द) एक पेरोक्साइड
Ans- (स) रासायनिक तौर पर जल एक ऑक्साइड है। यह रंगहीन, गंधहीन, एवं स्वादहीन होता है। जल, ठोस, द्रव एवं गैस तीनों
अवस्था में पाया जाता है।
301. न्यूक्लीक अम्ल में पाया जाने वाला है-
(अ) नाइट्रिक अम्ल (स) सल्फ्यूरिक अम्ल
(स) फोस्फोरिक अम्ल (द) कार्बोनिक अम्ल
Ans- (अ) न्यूक्लीक अम्ल में नाइट्रिक अम्ल पाया जाता है।
302. जीवित तंत्रों में निम्न प्रकार के यौगिकों पर विचार कीजिए।
I. हॉर्मोन
II. एन्जाइम
III. लिपिड उपर्युक्त तीनों में से कौन-से वर्ग के यौगिक जीवित तंत्र में महत्वपूर्ण प्रकार्य (ामल निदबजपवद) निष्पादित करता है ?
(अ) I तथा III (स) I, II तथा III
(स) I तथा II (द) II तथा III
Ans- (स) जीवित तंत्र में महत्वपूर्ण कार्य (Key function) हॉर्मोन एवं
एन्जाइम द्वारा निष्पादित होते हैं।
ऽ सभी हॉर्मोन प्रोटीन होते है। परन्तु सभी प्रोटीन हॉर्मोन नहीं होते है।
ऽ Hormone endocrine gland द्वारा श्रावित होता है यह हमारे शरीर के विभिन्न क्रियाओं पर नियंत्रण करता है।
ऽ Eæyme Exocrine gland द्वारा श्रावित होता है।
303. A. सभी इन्जाइम जीवित तंत्रों में प्रकार्यात्मक (functional) भूमिका निभाते हैं।
R. इन्जाइम में पेप्टाइड अनुबन्ध होता है।
(अ) A और R दोनों सही हैं और R, A की सही व्याख्या है
(स) A और R दोनों ही सही हैं
(स) A सही है और R गलत है
(द) A और R दोनों सही हैं पर R , A की व्याख्या नहीं है
Ans- (द) सभी एन्जाइम जीवित तंत्रों के प्रकार्यात्मक (Functional) भूमिका निभाते हैं लेकिन एन्जाइम में पेप्टाइड अनुबन्ध नहीं होते हैं।
304. अपमार्जक बनाने के लिए आमतौर से प्रयोग किया जाने वाला ऐल्कोहॉल है-
(अ) एथानोल
(स) लॉरिल ऐल्कोहॉल
(स) मेथिल ऐल्कोहॉल
(द) डीकैनॉल
Ans- (स) अपमार्जक बनाने के लिए लॉरिक ऐल्कोहॉल आमतौर पर प्रयोग किया जाने वाला ऐल्कोहल है।
305. बराबर अनुपात में मिलाए गए ग्लूकोज तथा फ्रक्टोज के मिश्रण
(अ) सूक्रोज (स) गन्ने की शर्करा
(स) प्रतीप शर्करा (द) भूरी शर्करा
Ans- (अ) बराबर अनुपात में मिलाए गए ग्लूकोज तथा प्रक्टोज के मिश्रण को सुक्रोज कहते हैं।
306. फ्लिंट (flint) कांच में होता है-
(अ) बोरेक्स
(स) सोडियम कार्बोनेट की अधिकता
(स) हाइड्रोफ्लूओरिक अम्ल
(द) लेड क्रोमेट
Ans- (द) लेड क्रोमेट फ्लिट (Flint) कांच होता है।
ऽ यह पोटैशियम कार्बोनेट और लेड सिलिकेट का मिश्रण होता है इसका उपयोग प्रिज्म तथा लेंस बनाने में होता है।
ऽ बोरेक्स या सुहागा (Borex) : सोडियम टेट्रावोरेट डेका हाइड्रेट (Na2B4O7-H2O) को सुहागा या वोरेक्स कहा जाता है। यह जल में विलेय होता है। इसका उपयोग मोमबती बनाने में कागज व सिरेमिक की वस्तुओं पर ग्लेज करने में, जल को मृदु करने में, चमड़ा उद्योग में खोल को साफ करने व चमड़े की रंगाई करने में होता है।
307. निम्नलिखित खाद्य पदार्थों के बारे में विचार कीजिए-
I. पनीर II. शर्करा III. सिरका
उपर्युक्त तीनों में से कौन-से खाद्य पदार्थ किण्वन प्रौद्योगिकी द्वारा प्राप्त होते हैं?
(अ) I और III (स) I और II
(स) II और III (द) I, II और III
Ans- (अ) पनीर एवं सिरका खाद्य पदार्थ किण्वन प्रौद्योगिकी द्वारा प्राप्त होता है।
308. ‘अपवर्जन‘ (exclusion) शब्द निम्नलिखित वैज्ञानिक द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत से सम्बद्ध है-
(अ) पॉउली (स) आइन्सटाइन
(स) न्यूटन (द) डार्विन
Ans- (अ) अपवर्जक (exclusion) शब्द पॉउली वैज्ञानिक द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत से सम्बद्ध है।
ऽ पॉउली का उपवर्जन सिद्धान्त (Pauli’s exclusion Principle)-किसी उपकक्षा में दो electron की चारों कवान्टम संख्या समान नहीं होती है।
ऽ आइन्सटीन ने सिद्ध किया कि द्रव्यमान की क्षति होने से ऊर्जा उत्पन्न होती है यदि उ द्रव्यमान की क्षति होती है तो E ऊर्जा उत्पन्न होती है।
E = MC2 (जहाँ C = निर्वात में प्रकाश का वेग)
m = द्रव्यमान E = ऊर्जा
ऽ न्यूटन के द्वारा गति का नियम प्रतिपादित किया गया। इन्होंने 1686 ई० में अपनी प्रसिद्ध पुस्तक प्रीसिपिया (Principia) में पहली बार गति के नियम को लिखा।
न्यूटन के प्रथम गति नियम-अगर कोई पिण्ड स्थिर है तो स्थिर रहेगा या एक समान सरल रेखा पर गतिशील है तो गति में ही रहेगी जबतक कि उस पर कोई बाह्य बल लगाकर उसकी स्थिति में परिवर्तन न कर दे । इसे जड़त्व का नियम या गैलीलियो का भी नियम कहते हैं।
न्यटून के दितीय गति नियम-किसी असंतुलित बल द्वारा किसी पिण्ड में उत्पन्न किया गया त्वरण बल के समानुपाती तथा द्रव्यमान के व्युत्क्रमानुपाती होता है। तथा त्वरण की दिशा बल की दिशा में होती है।
F = ma
न्यूटन के तृतीय गति नियम-‘‘प्रत्येक क्रिया के बराबर, परन् विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है।‘‘
ऽ प्राकृतिक चयन का सिद्धान्त चार्ल्स डार्विन के द्वारा दिया गया।
309. Ca3 (PO4)2 सूत्र वाले यौगिक में निहित परमाणुओं की संख्या
निम्नलिखित है-
(अ) 5 (स) 13
(स) 12 (द) 2
Ans- (स) Ca3 (PO4)2 सूत्र वाले यौगिक के निहित परमाणुओं की संख्या 13 होती है।
310. साम्य अभिक्रिया ‘A ़ B ¾ AB ़ ऊष्मा‘ (एक बन्द पात्र) में अग्रवर्ती अभिक्रिया दर को निम्नलिखित द्वारा बढ़ाया जा सकता है-
I. AB की सांद्रता को बढ़ाकर
II. A की सांद्रता को बढ़ाकर
III. उत्पाद AB को हटाकर
(अ) केवल I (l) केवल III
(स) केवल I व III (द) केवल II व III
Ans- (द) साम्य अभिक्रिया A ़ B ¾ AB ़ ऊष्मा में अग्रवर्ती अभिक्रिया दर को A की सांद्रता को बढ़ाकर एवं उत्पाद AB को हटाकर बढ़ाया जा सकता है।
311. स्टाइरीन नामक रसायन का उपयोग निम्नलिखित औद्योगिक उत्पादन में होता है-
(अ) औषधि (स) रंजक
(स) प्लास्टिक (द) कीटनाशक
Ans- (स) स्टाइरीन नामक रसायन का उपयोग प्लास्टिक नामक औद्योगिक उत्पादन में होता है।
312. पेट्रोलियम में पाए जाने वाले हाइड्रोकार्बन के पृथक्करण में प्रायः यह प्रक्रिया अपनाई जाती है-
(अ) हाइड्रोजनीकरण (स) उत्प्रेरकी भंजन
(स) प्रभाजी आसवन (द) बहुलकीकरण
Ans- (स) प्रभाजी आसवन-पेट्रोलियम में पाए जाने वाले हाइड्रोकार्बन के पृथक्करण में यह प्रक्रिया अपनायी जाती है।
313. कुछ खाद्य पदार्थ बनाने में काम आने वाली ‘‘पेक्टिन‘‘ यौगिकों के निम्नलिखित वर्ग में आती है-
(अ) प्रोटीन (स) विटामिन
(स) कार्बोहाइड्रेट (द) हॉर्मोन्स
Ans- (स) कुछ खाद्य पदार्थ बनाने में काम आने वाली पेक्टिन यौगिक – कार्बोहाइड्रेट वर्ग में आते हैं।
314. किसी तत्व के विभिन्न समस्थानिकों का निम्नलिखित समान होता/होती है-
I. परमाणु द्रव्यमान
II. परमाणु संख्या
III. कक्षक इलेक्ट्रॉन का विन्यास
(अ) केवल II (स) केवल I व II
(स) केवल II व III (द) I, II व III
Ans- (स) किसी तत्व के विभिन्न समस्थानिको का परमाणु संख्या यानि प्रोटॉन की संख्या समान होता है।
ऽ किसी तत्व के परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या को परमाणु संख्या कहा जाता है।
ऽ परमाणु द्रव्यमान या द्रव्यमान संख्या किसी तत्व के परमाणु के नाभि में उपस्थित प्रोटॉनों एवं न्यूट्रॉनों की संख्या के योग को । द्रव्यमान संख्या कहते हैं।
315. औद्योगिक प्रक्रम द्वारा प्राप्त सोडियम कार्बोनेट का नाम हैं-
(अ) बेकिंग सोडा (स) धावन (वाशिंग) सोडा
(स) चूना (द) काली राख (black sa)
Ans- (स) औद्योगिकं प्रक्रम द्वारा प्राप्त सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3) को धावन (वाशिंग) सोडा कहा जाता है।