विद्युत अपघटन विलयन की चालकता , विधुत अपघटनी का प्रतिरोधकता , चालकत्व (conductance of electrolytic solution)
अर्थात वे पदार्थ जिनसे होकर विद्युत का प्रवाह होता है उन्हें चालक और जिनमें विद्युत् का प्रवाह नहीं होता है उन्हें कुचालक पदार्थ कहते है।
विद्युत अपघटनी विलयन का चालकत्व , प्रतिरोधकता , चालकता
विद्युत अपघट्य की चालकता को प्रभावित करने वाले कारक
2. विद्युत अपघट्य की प्रकृति : जो विद्युत अपघट्य दुर्बल प्रकृति के होते है अर्थात विलयन में कम अपघटित होते है उनके लिए चालकता का मान कम होता है तथा जो विद्युत अपघट्य विलयन में अधिक अपघटित हो जाते है उनके लिए चालकता का मान अधिक होता है अत: चालकता का मान विद्युत अपघट्य की प्रकृति पर निर्भर करता है।
3. विद्युत अपघट्य की सांद्रता : किसी विलयन में विद्युत अपघट्य की सांद्रता जितनी अधिक होती है तो विलयन में विद्युत आयन अधिक होते है इसलिए इस स्थिति में चालकता का मान अधिक होता है तथा जब विद्युत अपघट्य पदार्थ की मात्रा या सांद्रता का मान कम होता है उस स्थिति में विद्युत चालकता का मान घटता है। लेकिन सांद्रता घटाने पर मोलर चालकता का मान बढ़ता है।
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