WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

आवेश स्थानांतरण संक्रमण charge transfer transition in hindi

charge transfer transition in hindi आवेश स्थानांतरण संक्रमण : इस प्रकार के संक्रमणों में इलेक्ट्रॉन एक परमाणु से दूसरे परमाणु पर स्थानांतरित होते है अर्थात इनमे electron का संक्रमण एक परमाणु कक्षक से दूसरे परमाणु कक्षकों पर होता है।  आवेश स्थानान्तरण संक्रमण वाले संकुल यौगिकों में अवशोषण बैण्ड प्रबल होते है।  इस प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक संक्रमण को internal redox (आंतरिक रेडॉक्स) प्रक्रिया भी कहते है।

ये निम्न दो प्रकार के होते है –

1. लिगेण्ड  से धातु आवेश स्थानांतरण संक्रमण (ligand to metal charge transfer transition)(LMCT)

इनमें electron का स्थानांतरण लिगेंड के अणुकक्षकों से धातु के non bonding अथवा anti bonding अणु कक्षकों में होता है।
इस प्रकार का आवेश स्थानान्तरण संक्रमण सामान्यत उन संकुल यौगिकों में बनता है जिनमे लिगेंड के पास उच्च उर्जा के भरे अणु कक्षक उपस्थित है।
इस प्रकार के संक्रमण में प्रकाश के दृश्य क्षेत्र से ऊर्जा अवशोषित होती है , फलस्वरूप यौगिक गहरे रंग के होते है।

2. धातु से लिगेण्ड आवेश स्थानान्तरण संक्रमण (metal to ligand charge transfer transition) (MLCT)

इस प्रकार के charge transfer में electron का स्थानान्तरण धातु के non bonding एवं anti bonding अणु कक्षकों से लिगेंड के अणुकक्षकों में होता है।
यह संक्रमण सामान्यत: उन संकुल यौगिकों में होता है जिनमे लिगेंड (ligand) के पास निम्न ऊर्जा के रिक्त π anti bonding कक्षक होते है।
इनमे धातु के पास उच्च उर्जा के भरे हुए कक्षक होने चाहिए।
इस प्रकार के आवेश स्थानांतरण संक्रमणों के लिए धातु आयन निम्न ऑक्सीकरण अवस्था में होना चाहिए।
धातु आयन के मुख्य क्वांटम संख्या का मान अधिक होना चाहिए , लिगेंड (ligand) अधिक विद्युतऋणी होना चाहिए एवं साथ ही लिगेंड आसानी से अपचयित होना चाहिए।
MICT प्रकार का आवेश स्थानान्तरण संक्रमण उन संकुल यौगिकों में पाया जाता है जिनमे एरोमेटिक लिगेंड होते है।
इन लिगेंड़ो (ligands) में सामान्यत: दो दाता N-परमाणु होते है।