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काला सोना किसे कहते हैं और क्यों किसे कहा जाता है ? black gold is also known as in hindi

black gold is also known as in hindi काला सोना किसे कहते हैं और क्यों किसे कहा जाता है ?

उत्तर : कोयला को काला सोना भी कहते है। मैंगनीज भारत के पास मैंगनीज अयस्क का विश्व का दूसरा सबसे बड़ा भंडार है।

भारत के खनिज संसाधन

कोयला
ऽ भारत में विद्युत क्षेत्र कोयले का सबसे बड़ा उपभोक्ता है जिसके बाद स्टील उद्योग और सीमेंट उद्योग आता है।
कोयले का वर्गीकरण:
1. एंथासाइट (80% से अधिक कार्बन)
2. बिटुमिनस (60 से 80% कार्बन)
3. लिग्नाइट (40 से 60% कार्बन)
4. पीट (40% से कम कार्बन)
ऽ मुख्य कोयला क्षेत्र: पश्चिम बंगाल (रानीगंज, वर्धमान, बंकुरा, पुरूलिया, बीरभूमि, जलपाइगुड़ी, दार्जिलिंग), झारखंड (झरिया, गिरिडीह, हजारीबाग और पलामू), उड़ीसा (रामपुर, हिन्दगिर, तालचेर), मध्य प्रदेश और छत्तिसगढ (रेवा, कोरबा, बेतुल), इत्यादि।
नोट:

मैंगनीज
ऽ भारत मैंगनीज का छठा सबसे बड़ा उत्पादक है।
ऽ लोहा और इस्पात के उत्पादन में मैंगनीज अयस्क का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
ऽ मैगनीज: उड़ीसा, झारखंड, (सिंहभूम), महाराष्ट्र (नागपुर, भंडारा, रत्नागिरि), कर्नाटक (शिमोगा, बेल्लारी)

तांबा
ऽ मध्य प्रदेश (बालाघाट), राजस्थान (खेत्री भारत की सबसे पुरानी तांबे की खान है), झारखंड (सिंहभूम, मसोबनी, सूर्दा), कर्नाटक (चित्रदुर्ग और हसन)
नोट: झारखंड के सिंहभूम जिले में तांबे का एशिया का सबसे बड़ा भंडार है।

अभ्रक
ऽ झारखंड (हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा), बिहार (गया, भागलपुर), आंध्र प्रदेश (गुंटुर, विजाग, कुर्नूल), राजस्थान (भिलबाड़ा, उदयपुर और जयपुर)
ऽ भारत के पास अभ्रक का सबसे बड़ा भंडार है।
नोट: कोडरमा जंगल क्षेत्र के साथ-साथ गया-हजारीबाग का क्षेत्र देश में अभ्रक उत्पादन के एक प्रमुख हिस्से का योगदान करता है।

पेट्रोलियम
ऽ असम (डिगबोई-भारत की सबसे पुरानी खान, नहरकटिया, बदरपुर, मसिनपुर और पल्हारिया), गुजरात (अंकलेश्वर-‘संवृद्धि का झरना‘, खंभात, कलोल), मुम्बई हाई, कृष्णा और गोदावरी बेसिन, राजस्थान (भाग्यम, मंगला)।
नोट: मुम्बई हाई से पेट्रोलियम का सर्वाधिक उत्पादन (62%) होता है। गुजरात (20%), असम (16.5%) | मुम्बई हाई को सागर सम्राट कहा जाता है।

लोहा
लौह अयस्क चार प्रकार के होते हैं:
1. मैग्नेटाइट (काला अयस्क)ः लोहे की मात्रा 72%
2. हेमेटाइट (लाल अयस्क)ः लोहे की मात्रा 70%
3. लिमोनाइट (भूरा अयस्क)ः लोहे की मात्रा 60%
4. सिडेराइट (ग्रे अयस्क)ः लोहे की मात्रा 45%
ऽ भारत के पास हेमेटाइट अयस्क का भंडार है जो उच्च श्रेणी का लौह अयस्क है। झारखंड (सिंहभूम, धनबाद) और ओडिशा, (बादाम पहाड़ जो मयूरभंज जिले में है और क्योंझर में)।

बॉक्साइट
ऽ बॉक्साइट एल्युमिनियम का अयस्क है।
ऽ ओडिशा (कालाहंडी, कोरापुट), झारखंड (हजारीबाग), आंध्र प्रदेश (नेल्लौर), बिहार (गया), राजस्थान (अजमेर).

सोना
ऽ कर्नाटक (कोलार, हुट्टी, रायचूर), आंध्र प्रदेश (रामगिरि और येप्पामन्ना स्वर्ण क्षेत्र जो चितौड़ और अनंतपुर जिल में है)

चांदी, जस्ता, शीशा
ऽ राजस्थान (उदयपुर के समीप जवार खान), आंध्र प्रदेश (मैसूर, चित्रदुर्ग), कर्नाटक (कोलार खान)

यूरेनियम
ऽ तुमलापल्ले खानः आंध्र प्रदेश के कड़ापा में स्थित तुमलापल्ली गांव में यूरेनियम की खान है।
ऽ यूरेनियम जादुगोडा की खान (झारखंड) में भी पाया जाता है।

तेल परिष्करण
भारत में महत्त्वपूर्ण तेल परिष्करण केन्द्र:
1. डिग्बोई
2. कोयाली
3. मुम्बई
4. बरौनी
5. हल्दिया
6. मथुरा
7. विशाखापत्तनम
8. चेन्नई
9. कोच्चि
10. बोंगैगांव
11. ट्राम्बे
12. जामनगर

प्राकृतिक गैस
ऽ इसके कुल उत्पादन का 3/4 मुम्बई हाई से आता है। गुजरात का योगदान 10% का है।
ऽ स्वतंत्र गैस संसाधनों का वितरण:
1. सबसे बड़ा भंडार मुम्बई हाई है।
2. गुजरात का कैम्बे बेसिन
3. त्रिपुरा
4. कावेरी बेसिन (तमिलनाडु)
5. कृष्णा-गोदावरी बेसिन (रिलायंस)
नोट: रिलायंस द्वारा कृष्णा-गोदावरी बेसिन में गैस की खोज को वर्ष 2002 में विश्व की प्राकृतिक गैस की सबसे बड़ी खोज बताया जाता है।