जैवमण्डल क्या होता है ? (biosphere meaning in hindi) , जैवमंडल का महत्व , परिभाषा , किसे कहते है ?
(biosphere meaning in hindi) जैवमण्डल क्या होता है ? जैवमंडल का महत्व , परिभाषा , किसे कहते है ? उदाहरण प्रश्न और उत्तर पीडीऍफ़ जैवमंडल को परिभाषित कीजिए ? अर्थ प्रकार आदि को विस्तार से समझाया गया है |
जैवमण्डल (biosphere) : जैवमंडल एक जीवनदायी अथवा जीवन पोषक परत होती है , जो पृथ्वी के चारों ओर व्याप्त रहती है। दुसरे शब्दों में हम कह सकते है कि जैव मंडल सामान्य रूप में पृथ्वी की सतह के चारों तरफ व्याप्त एक आवरण है जिसके अंतर्गत पौधों और जंतुओं का जीवन बिना किसी रक्षक साधन के सम्भव होता है। टाइवी (1982) के अनुसार जीव जगत अथवा जैवमण्डल पृथ्वी का वह भाग है जिसमे जीवित जीव होते है। पृथ्वी के समस्त जीवित जीवधारी और वे पर्यावरण , जिनमें इन जीवो की पारस्परिक क्रिया होती है , मिलकर जैव मंडल की रचना करते है। स्पष्ट है कि जैव मण्डल के अंतर्गत समस्त जीव (जैविक संघटक) और भौतिक पर्यावरण (अजैविक / भौतिक संघटक) को शामिल किया जाता है। इस जैवमंडल में जीवित जिवधारियों (जैविक संघटक) और भौतिक पर्यावरण (अजैविक संघटक) के मध्य और जीवित जीवधारियों के बीच सतत अंतर्क्रिया होती रहती है।
जैवमण्डल के इस आवरण का संघटन सामान्य रूप से 30 किलोमीटर से कम मोटी वायु , जल , स्थलीय , मिट्टी और शैल की पतली परत से होता है। जैवमण्डल की ऊपरी परत का निर्धारण ऑक्सीजन , नमी , तापमान और वायु दाब की सुलभता और पर्याप्तता के आधार पर किया जाता है।
बढती ऊँचाई के साथ तापमान , ऑक्सीजन , नमी और वायुदाब में क्षति या कमी के कारण जैवमण्डल की ऊपरी सीमा अधिक ऊँचाई तक संभव नहीं हो पाती है। यद्यपि वायुमंडल में 15 किलोमीटर की ऊँचाई तक बैक्टीरिया की उपस्थिति का नासा (NASA) द्वारा पता चला है लेकिन वायुमण्डल के मात्र उस निचले भाग में ही जीव अधिक पाए जाते है , जहाँ पर उनके विकास और संवर्द्धन के लिए पर्यावरणीय दशाएं अधिक अनुकूल होती है। जैव मण्डल की निचली सीमा (मृदा गहराई अथवा सागरीय गहराई) ऑक्सीजन आयर सूर्य प्रकाश की सुलभता और प्राप्यता द्वारा निर्धारित होती है। चूँकि जीवों के पनपने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन और सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होती है।
सागरीय भाग में 9 किलोमीटर (गंभीर सागरीय खड्ड अर्थात डीप ओसियन ट्रेंचेस) की गहराई तक उपरी (उपरीय सागरीय जल-तल से निचे) जीवो का पता लगाया गया है। स्थलीय भाग (महाद्वीपीय भाग) पर कुछ मीटर की गहराई तक अथवा जहाँ तक वृक्षों की सबसे लम्बी जड पहुँचती है और जिस गहराई तक बिलकारी जन्तु रहते है , जैवमण्डल विस्तार पाया जाता है।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- जीवो के चारो ओर की वस्तुएं पर्यावरण बनाती है।
- पर्यावरण की अपेक्षा आवास स्थान विशिष्टतम होता है।
- पर्यावरण में जीवो का परस्पर सहवास अनिवार्य लक्षण है।
- भौतिक और अजैविक घटक पर्यावरण के महत्वपूर्ण भाग है।
- पर्यावरण एक खुला तंत्र है।
- जीव पर्यावरणीय परिवर्तनों के प्रति अनुकूलता उत्पन्न करते रहते है।
- समस्त जीव उनके पर्यावरण में होने वाले परिवर्तनों के प्रति संवेदनशील होते है।
- समस्त जीव किसी न किसी रूप में पर्यावरण के प्रति अनुकूलित होते है।
- समस्त जीवों में पर्यावरणीय परिवर्तनों से समायोजन की थोड़ी बहुत क्षमता अवश्य होती है।
- समस्त जीव परस्पर और अपने पर्यावरण के साथ योजनाबद्ध रूप में जुड़े हुए है।
- जल मण्डल
- थलमण्डल अथवा अश्नमंडल
- वायुमंडल
- जैवमंडल (22.5 किलोमीटर मोटी परत)
- यह थलीय और जलीय सभी जीवो के लिए आवश्यक खनिज मेटाबोलाइट्स का प्रमुख स्रोत है।
- यह थलीय पेड़ पौधों के लिए आवश्यक मिट्टी के प्रमुख घटक का निर्माण करता है।
- यह पौधों को यांत्रिक आधार उपलब्ध करता है।
- यह पानी और खनिज आयनों को जकड़े रखता है , जिससे थलीय पेड़ पौधे अकार्बनिक खाद्य प्राप्त करते है।
हिंदी माध्यम नोट्स
Class 6
Hindi social science science maths English
Class 7
Hindi social science science maths English
Class 8
Hindi social science science maths English
Class 9
Hindi social science science Maths English
Class 10
Hindi Social science science Maths English
Class 11
Hindi sociology physics physical education maths english economics geography History
chemistry business studies biology accountancy political science
Class 12
Hindi physics physical education maths english economics
chemistry business studies biology accountancy Political science History sociology
English medium Notes
Class 6
Hindi social science science maths English
Class 7
Hindi social science science maths English
Class 8
Hindi social science science maths English
Class 9
Hindi social science science Maths English
Class 10
Hindi Social science science Maths English
Class 11
Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics
chemistry business studies biology accountancy
Class 12
Hindi physics physical education maths entrepreneurship english economics