परमाणु त्रिज्या या परमाण्विक त्रिज्या , सहसंयोजक त्रिज्या , वाण्डरवाल त्रिज्या , प्रभावित करने वाले कारक
- परमाणु स्वतंत्र अवस्था में नहीं पाया जाता।
- हाइजेन वर्ग के अनुसार इलेक्ट्रॉन की सही स्थिति ज्ञात नहीं की जा सकती।
1. सहसंयोजक त्रिज्या
2. धात्विक त्रिज्या
3. वाण्डरवाल त्रिज्या
1. सहसंयोजक त्रिज्या
2. धात्विक त्रिज्या
3. वाण्डरवाल त्रिज्या
परमाणु की त्रिज्या को प्रभावित करने वाले कारक
नोट :
- सम इलेक्ट्रोनिक श्रेणी से वह परमाणु या आयन जिसमें प्रोटोनो की संख्या सबसे अधिक होती है उसका आकार छोटा होता है।
- धनायन का आकार उदासीन परमाणु से छोटा होता है।
- कभी कभी धनायन बनते समय बाह्य कोश पूर्ण रूप से समाप्त हो जाता है जिससे धनायन का आकार छोटा होता है और इसके साथ ही शेष इलेक्ट्रॉनो पर नाभिक का आकर्षण बल अधिक हो जाता है।
- किसी परमाणु पर जितना अधिक धनावेश होता है उसका आकार उतना ही छोटा होता जाता है। जबकि किसी परमाणु पर जितना अधिक ऋण आवेश होता है उसका आकार उतना ही अधिक बड़ा होता है।
tags in English : atomic radius in hindi ?
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