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Air volume in breathing in hindi , श्वासोच्छवास में वायु की मात्राएँ क्या है , मात्र कितनी होती है श्वास

पढों Air volume in breathing in hindi , श्वासोच्छवास में वायु की मात्राएँ क्या है , मात्र कितनी होती है श्वास ?

श्वसन भागफल (Respiratory quotient)

एक इकाई समय में जन्तु द्वारा निष्कासित CO2 के आयतन की मात्रा के अनुपात को श्वसन भागफल (RQ) कहते हैं।

R.Q = निर्मित हुई CO2 का आयतन / प्रयुक्त की गई O2 का आयतन

श्वसन भागफल के द्वारा देह में विभिन्न प्रकार के पोषक पदार्थों के ऑक्सीकरण का ज्ञात होता है। मुख्य भोज्य पदार्थों के लिए श्वसन भागफल (R.Q.) का मान भिन्न भिन्न होता है। कार्बोडाइड्रेट्स के ऑक्सीकरण का समीकरण निम्न हैं:

C6H1206 + 602 → 6CO2 + 6H2O + ऊर्जा

R.Q. = 6 आयतन CO2 / 6 आयतन 02

R.Q = 1.0

कुछ पोषक पदार्थों के R. Q. का मान निम्न होता है

:

कार्बोहाइड्रेट्स (Carbohydrates) = 1.0

वसा (fat) = 0.7

प्रोटीन (proteins) = 0.8

मिश्रित पोषक पदार्थ (mixed diet) = 0.85

इस प्रकार कार्बोहाइड्रेट्स, वसा एवं प्रोटीन युक्त भोजन अर्थात् मिश्रित भोजन ( mixed diet) लेने वाले मनुष्य का श्वसन भागफल 0.85 होता है। कभी-कभी श्वसन भागफल का मान 1.0 से अधिक होता है। यह मान तब देखा जाता है जब कार्बोहाइड्रेट्स द्वारा वसाओं का संश्लेषण हो रहा है। इसके विपरीत श्वसन भागफल का मान 0.7 से कम होने पर यह प्रदर्शित होता है कि प्रोटीन्स व वसाओं से कार्बोहाइड्रेट्स का निर्माण हो रहा है। कई प्राणियों में जीवन चक्र की विभिन्न अवस्थाओं में श्वसन भागफल में अन्तर देखा जाता है। इसलिए श्वसन भागफल के मानों की व्याख्या करना आसानी नहीं है।

श्वासोच्छवास में वायु की मात्राएँ (Air volume in breathing)

फेफड़ों से सम्बन्धित वायु की मात्राओं को फुफ्फुसीय मात्राएँ (pulmonary volumes) कहते हैं। ये निम्न हैं:

(i) ज्वारीय या प्रवाही आयतन (Tidal volume or T.V.) : सामान्य अवस्था या शान श्वासोच्छवास के समय फेफड़ों द्वारा ली जाने वाली एवं बाहर निकाले जाने वाली वायु के उ को ज्वारीय आयतन (tidal volume) कहते हैं।

एक सामान्य व्यक्ति के लिये यह 500 मिली. होती है।

(ii) निश्वसन आरक्षी आयतन (Inspiratory reserve volume or IRV) : प्रवाह वायु में अधिक जितनी वायु हम चेष्टा और अभ्यास के द्वारा एक बार की सांस में ग्रहण कर सकते हैं। निश्वसन आरक्षी आयतन (IRV) कहते हैं।

इसका मान 2500 मिली. या 2.5 ली. होता है ।

(iii) उच्छवसन आरक्षी आयतन (Expiratory reserve volume or ERV) : यह प्रवाह वायु के अतिरिक्त वायु की वह मात्रा होती है जिसे हम अधिकतम चेष्टा द्वारा फेफड़ों से निकाल सकते हैं।

यह सामान्य व्यक्ति में लगभग 1500 मिली. या 1.5 ली. होता है।

(iv) सजीव सामर्थ्य (Vital capacity or V.C.) : वायु की वह मात्रा जिसे हम पूरी चेष्टा फेफड़ों में भरकर एवं बाहर निकाल सकते हैं।

V.C. = T.V. + I.R.V. +E.R.V.

= 500 + 2500 + 1500 x 4500 मिली. (4.5 ली)

(v) अवशेषी वायु (Residual volume or R. V. ) : यह वायु की वह मात्रा होती है जो अधिकतम चेष्ट द्वारा निकाल देने के बाद भी फेफडों में बची रह जाती है। सामान्य व्यक्ति में यह लगभग 1000 मिली. (1.0 ली.) होती है।

(vi) कुल फुफ्फुसीय सामर्थ्य (Total lung capacity or T.L.C.) : यह वायु की वह कुल मात्रा है जो फेफड़ों में समा सकती है।

यह सजीव सामर्थ्य (V. C. ) तथा अवशेष वायु (R.V.) का योग होता है।

TLC = VC + RV

= 4500 + 1000

= 5500 पिली. (5.5 ली.)

प्रश्न (Questions)

  1. निम्नलिखित प्रश्नों के लघु उत्तर दीजिये ।

(Write short answer of the following questions)

  • ऊत्तकों में बाहरी वातावरण से ऑक्सीजन कैसे पहुँचती है ? समझाइये।
  • श्वसन अंगों की विशेषताएँ क्या होती है ?
  • श्वसन क्या है तथा यह क्यों आवश्यक है ?
  • प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष श्वसन में अन्तर बताइये ।

(v) जन्तुओं में श्वसन के प्रकार कौन से हैं ?

(vi) जन्तुओं में विभिन्न श्वसन वर्णक कौन से हैं तथा ये कहाँ पाये जाते हैं ? (vii) ऑक्सीहीमोग्लोबिन का निर्माण किस तरह से होता है ? है ?

(viii) ऑक्सीजन – हीमोग्लोबिन के वियोजन पर तापक्रम का क्या प्रभाव पड़ता (ix) श्वसनीय सतह पर कार्बन डाई ऑक्साइड का निष्कासन किस प्रकार होता है ?

(x) श्वसन तथा श्वासोच्छावास में अन्तर बताइये ।

(xi) ग्लूकोस के एक अणु का पूर्ण ऑक्सीकरण होने पर कितने ATP बनते हैं ? (xii) अनॉक्सी एवं ऑक्सीश्वसन में समान चरण का वर्णन कीजिये ।

(xiii) श्वासोच्छवास का नियंत्रण केन्द्र कहाँ होता है ? यह इस क्रिया को किस प्रभाव प्रभावित करता है ?

(xiv) श्वसन क्रिया में हीमोग्लोबिन का क्या महत्त्व है ?

(xv) कार्बोहाइड्रेटस एवं वसा में से अधिक ऊर्जा किससे प्राप्त होती है ? कारण सहित समझाइये।

(xvi) किसी व्यक्ति में कार्बोनेट आयनों की मात्रा बढ़ जाये तो रक्त के pH को कैसे स्थिर रख सकते हैं ?

(xvii) मस्तिष्क में उच्छवसन केन्द्र को नष्ट करने से श्वासोच्छवास क्रिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? (xviii) पहाडों पर चढ़ने से श्वसन दर पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

(xix) यदि अशुद्ध रूधिर में सम्पूर्ण CO2 कार्बोनिक अम्ल के रूप में वहन हो तो श्वसन कार्यिकी पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?

(xx ) निश्वसन एवं उच्छवसन में अन्तर स्पष्ट कीजिये ।

(xxi) ऊत्तकों में गैसीय विनिमय किस प्रकार होता है

(xxii) ऑक्सीकारी फॉस्फोरसीकरण की क्रिया क्या है ?

(xxiii) श्वसन एवं दहन में अन्तर स्पष्ट कीजिये ।

(xxiv) कार्बन मोनोऑक्साइड पर श्वसन का क्या प्रभाव होता है ?

(xxv) हीमोग्लोबिन की संरचना बताइये ।

(xxvi) उन चार कारकों के नाम बताइये जो हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन वियोजन चक्र को दाहिनी

ओर विस्थापित कर देते हैं।

(xxvii) श्वसन दर नियतांक

(xxviii) गैस विनिमय क्या है ? श्वसन में यह किस प्रकार होता है ।

  1. निम्नलिखित पर टिप्पणियाँ लिखिए: (Write notes on the following)

(i) बोर प्रभाव

(ii) क्लोराइड विस्थापन

(iii) हैल्डन प्रभाव

(iv) ऑक्सीहीमोग्लोबिन वियोजन चक्र

(v) श्वसन भागफल (R.Q.)

(vi) हेरिंग – ब्रूएर प्रतिवर्ती क्रिया

(vii) श्वसन दर का नियंत्रण

(viii) कार्बन मोनोक्साइड का प्रभाव (ix) रक्त में CO2 का संवहन

(x) तीव्र श्वसोच्छवास (Deep breathing)

(xi) श्वसन दर

(xii) सजीव सामर्थ्य

(xiii) अवायवीय श्वसन

(xiv) इलेक्ट्रॉन परिवहन श्रृंखला

(xv) ATP

(xvi) ऑक्सीजन का संवहन

(xvii) बाइकार्बोनेटस का निर्माण (xviii) श्वसन वर्णक

(xix) श्वसन के प्रकार

(xx ) ऑक्सी हीमोग्लोबिन वियोजन के कारक

  1. निम्नलिखित प्रश्नों के विस्तृत उत्तर दीजिये (Give detail answers of the following questions)

(i) श्वसन शब्द की व्याख्या कीजिये तथा स्तनियों में श्वसन की क्रिया – विधि को

(ii) बाह्य एवं आन्तरिक श्वसन में अन्तर स्पष्ट कीजिये । स्तनधारियों में श्वसन की कार्यिकी को समझाइये।

(iii) रूधिर द्वारा ऑक्सीजन एवं कार्बनडाई ऑक्साइड के परिवहन की क्रियाविधि का वर्णन कीजिये ।

(iv) श्वसन क्रिया के नियंत्रण को समझाइये तथा श्वसन दर को कौन से कारक प्रभावित करते हैं, स्पष्ट कीजिए ?

(v) कोशिकीय श्वसन से आप क्या समझते हैं ? इसकी क्रिया – विधि का वर्णन कीजिए। समझाइये।

(vi) हीमोग्लोबिन क्या है ? रूधिर में श्वसन गैसों के परिवहन का विस्तार से वर्णन करें।

(vii) क्रैब चक्र का नामांकित चित्रण और वर्णन कीजिये । वह क्रिया कहाँ पर होती है ?

(viii) श्वासोच्छवास क्या है ? इसकी क्रिया-विधि को समझाइये। श्वसन प्रतिवर्ती क्रिया का संचालन कैसे होता है ?

(ix) कोशीय श्वसन में माइट्रोकॉण्ड्रिया की भूमिका बताइये ।

(x) वायु संचालन को प्रभावित करने वाले कारकों को विस्तार से वर्णन कीजिये । (xi) वायु संचालन का नियमन किस प्रकार से होता है ?

(xii) रूधिर में गैसीय सवहन तथा ऊत्तकों में गैसीय विनिमय को विस्तार से समझाइये ।

(xiii) कोशिकीय अन्तःश्वसन की प्रक्रिया से आप क्या समझते हैं ? (xiv) ATP को ‘उपापचय जगत का सिक्का’ क्यों कहते हैं ?

(xv) श्वसन की परिभाषा दीजिये। कोशीय श्वसन की उस अवस्था का सविस्तार वर्णन कीजिये जिसमें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती। इसका अन्तिम उत्पाद क्या ?

(xvi) श्वसन से आप क्या समझते हैं ? रक्त द्वारा ऑक्सीजन एवं कार्बनडाई ऑक्साइड के स्थानान्तरण की क्रियाविधि का वर्णन कीजिए। [Raj . 2010, MDS 2010]