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फास्फोरस (P) के अपरूप Phosphorus in hindi

Phosphorus in hindi फास्फोरस (P) के अपरूप :

यह निम्न है

श्वेत फास्फोरस (White phosphorus):

  • यह श्वेत पारभासी मोम के समान ठोस पदार्थ है
  • इसमें लहसुन जैसी गंध आती है
  • इसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है
  • यह अंधेरे में चमकता है क्योंकि वायु में इसका ऑक्सीकरण हो जाता है ,  ऑक्सीकरण से प्राप्त ऊर्जा ऊष्मा के रूप में  न होकर प्रकाश के रूप में होती है ,  इस गुण को स्फुरदीप्ति का गुण भी कहते हैं
  • वायु की उपस्थिति में यह  श्वेत  धूआ बनाता है
  • इसका अणुसूत्र P4 होता है इसमें फास्फोरस के परमाणु चतुष्फलकीय के रूप में व्यवस्थित रहते हैं

नोट :  श्वेत फास्फोरस में प्रत्येक P का SP3 संकरण होता है,  जिससे बंध कोण 109’28 मिनट का होना चाहिए परंतु P4  मैं बंध कोण केवल 60 डिग्री का होता है जिससे  कोणीय तनाव अधिक होने के कारण क्रियाशीलता अधिक हो जाती है अतः श्वेत फास्फोरस क्रियाशील है |

  • श्वेत फास्फोरस  की क्रिया सांद्र NaOH के बिलियन से करने पर विषैली गैस फास्फीन बनती है
  • यह जल में विलय परंतु कार्बन डाई सल्फाइड में विलय होता है

लाल फास्फोरस (Red phosphorus):

  • यह लोहे के समान  धूसर रंग का होता है
  • श्वेत फास्फोरस को 573k  अक्रिय वातावरण मैं कई दिनों तक गर्म करने पर लाल फास्फोरस प्राप्त होता है
  • यह जलवे CS2 दोनों में    अविलय होता है
  • यह श्वेत फास्फोरस से अधिक स्थाई होता है
  • इसमें P4   की चतुष्फलकीय की इकाइयां श्रंखला के रूप में होती है

काला फास्फोरस (Black phosphorus):

इसके दो अपरूप ज्ञात है

  1. अल्फा –  काला फास्फोरस
  2. Beta –  काला फास्फोरस

इन्हें निम्न प्रकार से बनाया जाता है

लाल फास्फोरस को 803kपर गर्म करने पर  एल्फा- काला फास्फोरस बनता है

श्वेत फास्फोरस को उच्च दाब और बंद नली में 473k पर गर्म करने पर  Beta- काला फास्फोरस बनता है

काला फास्फोरस परतों के रूप में होता है यह रूप सबसे स्थाई होता है