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तात्क्षणिक वेग क्या है , किसे कहते हैं , इकाई रसायन विज्ञान में परिभाषा तथा उदाहरण Instant velocity in hindi

पढ़िए कि तात्क्षणिक वेग क्या है , किसे कहते हैं , इकाई रसायन विज्ञान में परिभाषा तथा उदाहरण Instant velocity in hindi

तात्क्षणिक वेग :

किसी समय पर अभिक्रिया वेग को तात्क्षणिक वेग कहते है।

इसे ज्ञात करने के लिए सान्द्रता व समय के मध्य ग्राफ खींचते है।  उस ग्राफ में समय विशेष पर एक बिंदु का निर्माण करते है इसके सापेक्ष एक स्पर्श रेखा खींचते है।  स्पर्श रेखा का ढाल ही तात्क्षणिक वेग कहलाता है।

तात्क्षणिक वेग  = (± ΔC/Δt)limit Δt = 0

तात्क्षणिक वेग  =          ± dC/dt

उदाहरण 1  :   2NH2O= 4NO2  + O2

   तात्क्षणिक वेग = – 1/2 d[NH2O5]/dt   = +1/4 d[NO2]/dt  =  +d[O2]/dt

तात्कालिक या तात्क्षणिक वेग (Instantaneous rate)

वस्तुतः अब तक हम अभिक्रिया के जिस वेग की बात करते रहे हैं वह औसत वेग (average rate) रहा है। उदाहरणार्थ, यदि Ar का मान 10 मिनट है तो 10 मिनट के प्रत्येक क्षण अभिक्रिया का वेग परिवर्तित होता रहेगा और इस 10 मिनट की अवधि में जो-जो भी वेग रहे हैं उनका औसत ही AA] के रूप में Ar परिकलित किया जाएगा। यदि Ar का मान लगभग शून्य की ओर पहुंच रहा हो Ar→0 है तो वेग तात्कालिक वेग (instantaneous rate) कहलाता है, और यह उस क्षण के वेग के बराबर होगा। गणितीय भाषा में इसे अवकलित (differential) वेग समीकरण कहते है और निम्न प्रकार से प्रदर्शित कर सकते है ।

तात्कालिक या तात्क्षणिक वेग = [- [A] ] / t =  d – [A] /dt

वेग नियम (Rate Law) एक विस्तृत सामान्य समीकरण का उदाहरण लेते हैं।

aA + bB + …… – →mM + nN+ …….

सक्रिय द्रव्यमान के नियम के अनुसार, एक सरल व सामान्य अभिक्रिया की गति उसके क्रियाकारको के सक्रिय द्रव्यमानों के गुणनफल के समानुपाती होनी चाहिए। यहां सरल शब्द से हमारा तात्पर्य यह है कि स्टॉइकियोमितीय समीकरण में प्रत्येक क्रियाकारक का एक-एक अणु ही उपस्थित हो। यदि क्रियाकारक के अणुओं की संख्या एक से अधिक है तो वेग समीकरण में उस क्रियाकारक की सान्द्रता पर वह संख्या घातांक (power) के रूप में आ जाती है, जो संख्या उस क्रियाकारक के अणुओं की अभिक्रिया की स्टॉइकियोमितीय समीकरण में उपस्थित है। अतः उपर्युक्त अभिक्रिया के लिए अभिक्रिया का वेग समीकरण निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जा सकता है:

R = dx/dt = k[A]a x [B]b x ….. ….(3)

जहां k को वेग स्थिरांक (velocity constant), अथवा गति स्थिरांक (rate constant) कहा जाता है, और उपर्युक्त व्यंजक अर्थात् समीकरण (3) को वेग नियम (rate law) अथवा वेग समीकरण (rate equation) कहा जाता है।

यदि समस्त क्रियाकारकों की सान्द्रता का मान इकाई (unit) हो तो

Dx/dt = k

अर्थात् हम k को निम्न प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं : “वेग स्थिरांक किसी अभिक्रिया का वह अभिक्रिया वेग (reaction rate) है जब समस्त अभिकारकों की सान्द्रता इकाई (unit) हो, इसीलिए इसे विशिष्ट अभिक्रिया वेग (specific reaction rate) भी कहा जाता है।