WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

घनीय एकक कोष्ठिका (cubic unit cell in hindi) : आद्य , अंत: केन्द्रित , फलक केंद्रित घनीय एकक कोष्ठिका

(cubic unit cell in hindi) घनीय एकक कोष्ठिका : किसी एकक कोष्ठिका में अवयवी कणों (परमाणु , अणु या आयन) के अलग अलग मान के लिए या अलग अलग स्थिति पर स्थिति होने के कारण पर घनीय एकक कोष्ठिका को तीन भागों में बांटा गया है।
अर्थात घनीय एकक कोष्ठिका तीन प्रकार के होते है –
1. आद्य घनीय एकक कोष्ठिका (Simple cubic unit cell)
2. अंत: केन्द्रित घनीय एकक कोष्ठिका (Body centred cubic unit cell)
3. फलक केंद्रित घनीय एकक कोष्ठिका (face centred cubic unit cell)
अब हम यहाँ घनीय एकक कोष्ठिका के तीनों प्रकार को विस्तार से अध्ययन करते है –

1. आद्य घनीय एकक कोष्ठिका (Simple cubic unit cell)

इस एकक कोष्ठिका या इकाई सेल के केवल कोनो पर अवयवी कण उपस्थित रहते है , माना अवयवी कण परमाणु है तो हम कह सकते है कि आद्य घनीय एकक कोष्ठिका के सभी कोनो पर परमाणु उपस्थित रहते है।
चूँकि घन के आठ कोने होते है और प्रत्येक कोने पर अवयवी कण परमाणु उपस्थित है तो आद्य घनीय एकक कोष्ठिका के सभी कोनो पर एक एक परमाणु उपस्थित है अर्थात आठ परमाणु उपस्थित है।
कोनो पर उपस्थित अवयवी कणों की सहभागिता 1/8 होती है और इसमें कोनो पर कुल आठ अवयवी कण है।
अत: एकक कोष्ठिका में कुल परमाणुओं की संख्या = (1/8) 8 = 1
कणो द्वारा घेरा गया आयतन 52.4% होता है तथा खाली या रिक्त आयतन 47.6% होता है।
आद्य घनीय एकक कोष्ठिका की संरचना –

2. अंत: केन्द्रित घनीय एकक कोष्ठिका (Body centred cubic unit cell)

इस प्रकार के घनीय एकक कोष्ठिका में 8 परमाणु इसके कोनो पर उपस्थित रहते है तथा एक परमाणु इसके केंद्र पर स्थित रहता है।
कोनो पर उपस्थित परमाणु की सहभागिता 1/8 होती है और केंद्र में स्थित परमाणु पर पूर्ण सहभागिता होती है अर्थात सहभागिता का मान 1 होता है।
अत: एकक कोष्ठिका में कुल परमाणुओं की संख्या = कोनो के परमाणु की सहभागिता + केंद्र वाले परमाणु की सहभागिता
= (1/8 )8  + 1
= 1 + 1
= 2
अत: अंत: केंद्रित घनीय एकक कोष्ठिका में कुल परमाणुओं की संख्या 2 होती है।
एकक कोष्ठिका में अवयवी कणों द्वारा घेरा गया आयतन 68% तथा रिक्त आयतन 32% होता है।

3. फलक केंद्रित घनीय एकक कोष्ठिका (face centred cubic unit cell)

इस प्रकार की एकक कोष्ठिका में 8 परमाणु इसके कोनो पर उपस्थित रहते है तथा 6 परमाणु इसकी सभी 6 फलको पर स्थित रहते है।
अर्थात इस प्रकार की एकक कोष्ठिका में अवयवी कण इसके सभी कोनों और फलको पर उपस्थित रहते है।
कोनो पर उपस्थित अवयवी कणों पर 1/8 सहभागिता रहती है अत: कोनो पर स्थित सभी परमाणुओं की सहभागिता के कारण परमाणु = (1/8)8 = 1
तथा फलक पर फलक पर स्थित अवयवी कणों की सहभागिता या हिस्सा 1/2 होता है और कुल 6 फलकों पर परमाणु स्थित है तो फलकों पर उपस्थित परमाणुओं के कारण कुल सहभागिता = (1/2)6 = 3
अत: इस एकक कोष्ठिका में परमाणुओं की कुल संख्या = 1  + 3 = 4
फलक केन्द्रित घनीय एकक कोष्ठिका में अवयवी कणों के कारण घेरा गया कुल क्षेत्र 74% होता है और रिक्त स्थान 26% रहता है।