computer in hindi कंप्यूटर : कम्प्यूटर क्या है , परिभाषा , कंप्यूटर के भाग कौन कौन से होते है
कंप्यूटर : कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसके माध्यम से हम अंकगणितीय और लॉजिकल कैलकुलेशन करते है |
जैसे जोड़ना ,घटना, गुणा करना और भाग देना एवं 22 और 35 मे से बड़ा कौनसा है |
कंप्यूटर का अविष्कार आज से 3000 वर्षो पहले चीन मे हुआ था | जिसे आप अभी अबेकस जानते है | उसके बाद आया था Antikythera | Antikythera का अविष्कार 2000 वर्षों पहले यूनान मे हुआ था | असल मे ये एक खगोलीय कैलकुलेटर है जो तारो और ग्रहों के गति और चाल की गणना करता था | वर्ष 1642 मे ब्लेज़ पास्कल ने यूरोप मे एक मैकेनिकल कैलकुलेटर का अविष्कार किया जिसे पास्कलाइन से पहंचना गया | यह पहला कैलकुलेटर था जो जोड़ना और घटना अपने आप कर लेता था | यूरोप के राजा ने तो इसके उपयोगिता को अपने राजकोष के गणना के लिए आधिकारिक घोषणा कर दी थी | उसके बाद डिफरेंस इंजन (1822),जुसे जॉर्ड-3 (1942),ENIAC (1946),SSEM (1948 ) आये |
कंप्यूटर के दो मुख्य भाग होते है -:
1. हार्डवेयर : हार्डवेयर कंप्यूटर के वे भाग होते है जिन्हे हम छू सके ,महसूस कर सके |
उदहारण :- मॉनिटर , माउस ,क़ी-बोर्ड आदि |
2. सॉफ्टवेयर : सॉफ्टवेयर निर्देशो का समूह होता है जिससे यूजर कोई काम कर सकता है |
उदहारण :- ऑपरेटिंग सिस्टम , एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर आदि |
हार्डवेयर :
कंप्यूटर मे मुख्यत पांच हार्डवेयर होते है |
1. सेंट्रल प्रोसेडिंग यूनिट :
सेंट्रल प्रोसेडिंग यूनिट ( ) कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है जो सभी अंकगणितीय और लॉजिकल गतिविदियो को करता है | इसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहते है | इसके तीन इकाई होती है |
ALU ( ऐर्थ्मटिक और लॉजिकल यूनिट ) :-
ALU एक डिजिटल डिवाइस है जो की AIRTHMATIC OR LOGICAL गतिविदयो को करता है |
MEMORY :-
मैमोरी एक डिवाइस होती है जिसमे डाटा को संगह किया जता है |
CONTROL UNIT :-
कण्ट्रोल यूनिट ( CU ) एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो डाटा को मैमोरी से बाहर निकाल कर उन्हें ALU को देता है,जहां पर अंकगणितीय और लॉजिकल गतिविदियो होती है |
2 . मॉनिटर :
मॉनिटर एक इलेट्रॉनिक डिवाइस है जिस पर यूजर अपने दिए गए निर्देशो देख सकता है | इसका आकार टेलीविज़न जैसा होता है |
3. की-बोर्ड :
की- बोर्ड एक इनपुट डिवाइस है जिसके द्वारा यूजर अपने निर्देशो को देता है :
4. माउस :
माउस भी एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग यूजर अपने निर्देशो को देने के लिए देता है |
सॉफ्टवेयर :
कप्यूटर मे मुख्यत तीन प्रकार के सॉफ्टवेयर होते है |
1 . ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर :
ओपेरटिंग सॉफ्टवेयर निर्देशो का ऐसा समूह होता है जो कंप्यूटर के सामान्य कार्यो के लिए जिम्मेदार होता है |
उदहारण के लिए कंप्यूटर को चालू करना , हार्डवेयर यूनिट को आपस मे कनेक्ट करना आदि | विण्डोज़ -97 ,विण्डोज़ -10 ,विण्डोज़ -2003 ,विण्डोज़ -7 ,विण्डोज़ -8 आदि सब ओपेरटिंग सॉफ्टवेयर है |
2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर :
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर निर्देशो का ऐसा समूह होता है जो किसी कार्य-विशेष के लिए बनाया जाता है | उदहारण के लिए माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जो ऑफिस कार्यो ( रिपोर्ट बनाना , डाटा मेन्टेन करना आदि ) को सरल करता है |
3. यूटिलिटी सॉफ्टवेयर :
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर निर्देशो का ऐसा समूह होता है जो कंप्यूटर मे आने वाली प्रॉब्लम को रिपेयर करता है और कंप्यूटर की कार्यक्षमता को बढ़ता है | उदहारण के लिए एंटीवायरस एक यूटिलिटी सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर को वायरस से बचाता है |
ये सब सॉफ्टवेर कैसे बनते है ,यह जानने के लिए हमारी पोस्ट को जरुर पढ़े