NCERT , BOSER rajboard , Biology class 12th notes in hindi pdf download , जीव विज्ञान 12 वीं नोट्स हिंदी में पीडीऍफ़ डाउनलोड करे , यहाँ आपको जिव विज्ञान के सभी पाठ (chapter) के सभी टॉपिक के बारे में संक्षिप्त में लिखा गया है , हमारे सब्जेक्ट के एक्सपर्ट ने यह ध्यान में रखा है की आपको जीव विज्ञान के ये सभी पाठ ठीक से समझ में आ जाए और इसके लिए उन्होंने हर पोस्ट के साथ जहाँ जरुरत है वहाँ फोटो और संरचना चित्र को डाला है ताकि आपको टॉपिक अच्छे से क्लियर हो जाए और आपको वह चीज लम्बे समय तक याद रहे |
जीव विज्ञान , विज्ञान की वह शाखा है जिसमें ब्रह्माण्ड में रहने वाले सभी सजीवों के बारे में अध्ययन किया जाता है , सजीवो के शरीर की संरचना , रोग , निवारण , आवश्यकता आदि के बारे में आगे विस्तार से पढ़ा जाता है , चूँकि अभी आप कक्षा 12 वीं में अध्ययनरत है इसलिए यहाँ हम आपको जिव विज्ञान के बारे में कुछ आधार (फंडामेंटल) के बारे में ज्ञात देंगे , इन्हें प्राय जीव विज्ञान 12 वीं नोट्स कहे जाते है जो हिन्दी में भाषा में उपलब्ध करवाए गए है , ये नोट्स NCERT , BOSER rajboard के अनुसार तैयार किये गए है जो up , mp , आदि राज्यों में भी पढ़ायें जाते है |
(1) जीवों में जनन (Reproduction in Organisms)
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जीव विज्ञान : बायोलॉजी अर्थात जीव विज्ञान दो ग्रीक शब्द “बायोस + लॉगोस ” से मिलकर बना हुआ है , यहाँ बायोस का मतलब होता है जीवन तथा लॉगोस का अर्थ होता है अध्ययन अत: जीव विज्ञान , विज्ञान की एक शाखा है जिसमे हम जीवन का अध्ययन करते है | पहला बड़ा जैविक प्रेक्षण प्राचीन ग्रीक प्रकृतिवाद अरस्तु द्वारा बनाया गया था | अरस्तु को जीव विज्ञान का पिता भी कहते है |
फ्रेंच वैज्ञानिक लैमार्क तथा ट्रेविरैनस द्वारा 1802 , जीव विज्ञान शब्द सर्वप्रथम दिया गया था |
जीव विज्ञान को आगे दो भागो में बाँटा जाता है –
1. वनस्पति विज्ञान
2. जन्तु विज्ञान
1. वनस्पति विज्ञान : वनस्पति विज्ञान को अंग्रेजी में बॉटनी कहते है , पौधों के विज्ञान को वनस्पति विज्ञान कहते है | वनस्पति या बॉटनी शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के बॉटेन से हुई है जिसका मतलब होता है चारागाह या पौधे | तकनिकी रूप से वनस्पति विज्ञान फायटोलोजी कहलाता है | फायटोलोजी एक ग्रीक भाषा का शब्द है जो दो शब्द फायटो तथा लोजी से मिलकर बना होता है , फायटो का अर्थ है पौधे तथा लोगोस का अर्थ है अध्ययन | थियोफ्रेस्टस को जीव विज्ञान का पिता कहा जाता है |
2. जन्तु विज्ञान : विज्ञान की शाखा में जंतुओं का अध्ययन किया जाता है , अंग्रेजी में जंतु विज्ञान को जूलॉजी कहते है | यह दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना होता है जून + लोगोस |
जून (zoon) का अर्थ होता है जन्तु तथा लोगोस का अर्थ होता है अध्ययन , अत: जूलॉजी , विज्ञान की वह शाखा होती है जिसमे हम जन्तुओं का अध्ययन करते है , अरस्तु को जीव विज्ञान का पिता कहते है |
इस सम्पूर्ण अध्ययन के आधार पर हम कह सकते है कि जीव विज्ञान को जीवन विज्ञान या जैविक विज्ञान द्वारा प्रतिस्थापित किया जा सकता है |
सूक्ष्म जैविकी : इसे माइक्रो बायोलॉजी भी कहते है , यह जीव विज्ञान की एक शाखा है जिसमे सूक्ष्म जीवों का अध्ययन किया जाता है , ल्युवेनहोक को सूक्ष्म जैविकी का पिता कहते है |
जीव विज्ञान की प्रमुख शाखाएँ : अब हम यहाँ कुछ प्रमुख जीव विज्ञान की शाखाओ का अध्ययन करते है –
1. एनाटोमी : पौधों और जंतु की आंतरिक संरचाओ का विच्छेदन के बाद अध्ययन को एनाटोमी कहते है |
2. बायोकेमिस्ट्री : जीवो में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के रासायनिक पदार्थो के संगठन , प्रकृति , निर्माण की प्रवृति तथा कार्यविधि का जैविक क्रियाओ के सम्बन्ध में अध्ययन को बायो केमिस्ट्री कहा जाता है |
3. सायटोलोजी : विभिन्न प्रकार की कोशिका , कोशिकाओ के अंगो और उनके कार्यो का अध्ययन जिस जीव विज्ञान की शाखा में किया जाता है उसे सायटोलॉजी कहा जाता है |
4. इकोलॉजी : जन्तुओं और पर्यावरण के मध्य सम्बन्ध का अध्ययन इस शाखा के अंतर्गत किया जाता है |
5. एम्ब्रियोलोजी : जीवों के जन्म लेने तक की परिवर्धन अवस्थाओ का अध्ययन एम्ब्रियोलॉजी में होता है |
6. एण्डोक्राइनोलोजी : जंतुओं में पायी जाने वाली विभिन्न प्रकार की अन्त: स्त्रावी ग्रंथियों और उनसे स्त्रावित होने वाले हार्मोनों का अध्ययन जीव विज्ञान की जिस शाखा में किया जाता है उसे एण्डोक्राइनोलोजी कहते है |
7. इवोल्यूशन : जीवन की उत्पत्ति और क्रमिक विभेदीकरण अथवा जाती की उत्पत्ति का अध्ययन इस शाखा में किया जाता है |
8. हिस्टोलोजी : सूक्ष्मदर्शी की सहायता से उत्तको का अध्ययन करने को हिस्टोलोजी कहा जाता है |
9. इम्युनोलॉजी : संक्रमण के प्रति जीवों की प्रतिरोधकता का अध्ययन किया जाता है |
10. लिम्नोबायोलॉजी : स्वच्छ जलीय झील , तालाब और जल धाराओ का अध्ययन इसमें किया जाता है |
11. मोर्फोलोजी : विभिन्न प्रकार के जंतुओं का आकार और संरचना का अध्ययन जीव विज्ञान की इस शाखा में करते है |
12. पेलियन्टोलोजी : जीवाश्मो और उनके वितरण का अध्ययन इसमें किया जाता है |
13. पेलियोजूलोजी : विभिन्न प्रकार के जंतुओं के जीवाश्मो का अध्ययन किया जाता है |
14. फिजियोलॉजी : जीवो के अन्दर होने वाले विभिन्न भागो के कार्यो का अध्ययन करते है |
15. रेडियोबायोलॉजी : जीवन पर रेडिओ सक्रियता के प्रभावों का अध्ययन
16. टेक्सोनोमी : जीवो का वर्गीकरण एवं उनका अन्य जीवों के साथ उद्व विकासीय सम्बन्ध का अध्ययन टेक्सोनोमी शाखा में होता है |
17. जुजियोग्राफी : सम्पूर्ण पृथ्वी पर जीवो के वितरण का अध्ययन |
18. जूपैथोलोजी : जन्तुओ के रोगों का अध्ययन , जीव विज्ञान की इस शाखा के अंतर्गत किया जाता है |