polyadenylation of mrna in hindi , पॉलीएडेनाइलेशन किसे कहते हैं , परिभाषा क्या है
जानिये polyadenylation of mrna in hindi , पॉलीएडेनाइलेशन किसे कहते हैं , परिभाषा क्या है ?
यूकेरियोट में अनुलेखन का प्रारम्भन (Initiation of Transcription in Eukaryotes) :
प्रोकेरियोट में आरएनए पॉलिमरेज स्वयं ही डीएनए टेम्पलेट से जुड़ जाता है परन्तु यूकेरियोट में ऐसा नहीं होता। यूकेरियोट में आरएनए पॉलिमरेज को जीन के प्रमोटर भाग से जुड़ने के लिये सर्वप्रथम कुछ अन्य प्रोटीन जैसे अनुलेखन कारकों की आवश्यकता पड़ती है। सर्वप्रथम अनुलेखन कारक जीन के प्रमोटर भाग से जुड़ते हैं। तत्पश्चात् आरएनए पॉलिमरेज कारकों को चिन्हित करके इनके साथ संलग्न हो जाता है।
अनुलेखन प्रारम्भन संकुल (Transcription initiation complex)
अनुलेखन कारकों के सम्पूर्ण तत्व (जैसे TFIIA, IIB, II D, II E, II F, II H तथा III) तथा आरएनए पॉलिमरेज II के प्रमोटर के साथ संलग्न होते ही अनुलेखन प्रारम्भन संकुल (काम्पलेक्स) बनता है जो अनुलेखन प्रारम्भ करने के लिये आवश्यक है ।
यूकेरियोट्स में अनुलेखन के लिये सबसे अधिक सूक्ष्मता से अध्ययन किया गया है। प्रमुख प्रमोटर तत्व में से एक TATA बॉक्स है जो डीएनए के छोटे क्षार अनुक्रम है। यह अनुक्रम अनुलेखन के प्रारम्भन स्थल से 25-30 क्षार युग्म की दूरी पर उर्ध्व प्रवाह (-) पर जीन के बायीं ओर उपस्थित है।
यद्यपि मेमेलियन जीन्स में मात्र 10-15% में ही टाटा (TATA) बॉक्स पाया जाता है। अन्य में दूसरे प्रमोटर तत्व मिलते हैं। परन्तु टाटा बॉक्स (TATA Box) के साथ प्रमोटर में अनुलेखन के प्रारम्भ होने की प्रक्रिया अच्छी तरह ज्ञात कर ली गयी है।
अत: टाटा (TATA) बॉक्स ही प्रमुख प्रमोटर तत्व के रूप में अनुलेखन कारक के लिये बन्ध्य स्थल है। इन अनुलेखन कारकों को टाटा बन्ध्य प्रोटीन (TBP) कहा गया है जो स्वयं भी दूसरे अनुलेखन कारक IID (TF IID) की एक उपइकाई है।
टाटा बन्ध्य प्रोटीन (TBP) के द्वारा TF IID जब टाटा बॉक्स के साथ जुड़ जाता है उसी समय 5 अन्य अनुलेखन कारक तथा आरएनए पॉलिमरेज | टाटा बॉक्स के चारों तरफ एक-एक करके जुड़ते जाते हैं व श्रृंखला बद्ध हो जाते हैं तथा प्रारम्भन संकुल ( Initiation complex) बनाते हैं।
डीएनए की दो पूरक श्रृंखलाओं को अलग करने का कार्य अनुलेखन कारक II H (TF II H) करता है। दोनों श्रृंखलाओं के अलग होने के साथ ही आरएनए पॉलिमरेज || डीएनए टेम्पलेट के एक सूत्रीय श्रृंखला पर सक्रिय हो जाता है।
अनुलेखन की दर आरम्भन संकुल (Initiation complex) पर निर्भर करती है। इसकी दर उत्प्रेरक (activators), दमनकारी (repressors) सहउत्प्रेरक (coactivators) तथा सहदमनकारी (co-represors) की मौजूदगी द्वारा कम ज्यादा की जा सकती है। इनमें उत्प्रेरक ( activator) अनुलेखन की दर बढ़ा देते हैं जबकि दमनकारी (repressor) घटा देते हैं।
न्यूक्लियोजोम से अनुलेखन (Transcription through Nucleosome)
यूकेरियोटिक जीवों में डीएनए हिस्टोन प्रोटीन के साथ एक निश्चित अन्तराल पर न्यूक्लियोजोम डीएनए-हिस्टोन सम्मिश्र में पैक रहता है।
अनुलेखन के दौरान विशिष्ट प्रोटीन डाइमर फेक्ट (FACT) क्रोमेटीन के अनुलेखन में सहायता करता है। यह सर्वप्रथम दो हिस्टोन प्रोटीन ( 8 में से) H2 A तथा HB को हटा कर पैकिंग को लूज (loose) कर देता है जिससे आरएनए II इसके द्वारा अनुलेखन कर सके। फेक्ट ( Fact ) पुन: इनको (क्रोमेटीन) पैक भी कर देता है।
- पूर्ववर्ती m – आरएनए श्रृंखला का दीर्घीकरण (Elongation of Pre m-RNA strand)
आरएनए पॉलिमरेज II चूँकि 12 प्रोटीन की उपइकाइयों से निर्मित होता है। अतः नये आरएनए सूत्र को संश्लेषित करने के लिये इन्हें दूसरे प्रोटीन की आवश्यकता नहीं पड़ती, इनकी उपइकाईयाँ ही सारे प्रकार्य सम्पन्न करती हैं। हालांकि जीन प्रमोटर पर अनेक सहायक प्रोटीन ( accessory protein) की आवश्यकता अनुलेखन को प्रारम्भ करने के लिये पड़ती है । परन्तु जैसे ही दो सूत्री डीएनए आरम्भन स्थल पर अलग होकर एकसूत्री डीएनए बनाता है तब आरएनए पॉलि II न्यूक्लियोटाइड आरम्भन +1 स्थान पर स्थित रहता है तथा नये आरएनए के संश्लेषण को उत्प्रेरित (catalyse) करता है। इसके साथ ही आरएनए पॉलि II प्रमोटर क्षेत्र से हट जाता है तथा अन्य अनुलेखन आरम्भन प्रोटीन को वहीं छोड़ देता है।
अब आरएनए पॉलि डीएनए टेम्पलेट के साथ आगे 3-5′ दिशा में आगे बढ़ कर नये आरएनए सूत्र को 5′-3′ दिशा में संश्लेषण को उत्प्रेरित ( catalyse) करता है जिसमें नये न्यूक्लियोटाइड आरएनए सूत्र के 3′ सिरे पर जुड़ते जाते हैं।
आरएनए पॉलि दो सूत्रीय डीएनए को खोलते जाते हैं तथा पुनः अपने पीछे दो सूत्रीय डीएनए में बांधते जाते हैं। इसके परिणाम स्वरूप आरएनए सूत्र, अनुलेखन बबल (transcription bubble) में 25 अकुण्डलित (खुले हुए) डीएनए क्षार युग्म पर संश्लेषित होने लगते हैं (चित्र 18 में देखें)। इसमें नये संश्लेषित आरएनए के मात्र 8 न्यूक्लियोटाइड टेम्पलेट डीएनए के क्षार अनुक्रमों के साथ युग्मित होते हैं। परन्तु शेष आरएनए अणु डीएनए टेम्पलेट से अलग होकर डीएनए को पुन: कुण्डलन हेतु छोड़ देते हैं।
आरएनए पॉलि अपने नीचे डीएनए सूत्र को टेम्पलेट की तरह प्रयोग करके यह निर्देशित करते हैं कि नये आरएनए सूत्र के 3′ सिरे अनुक्रम की प्रत्येक बिन्दु पर किस न्यूक्लियोटाइड को जोड़ना है। आरएनए पॉलि टेम्पलेट डीएनए के एक न्यूक्लियोटाइड को एक बार में आवरित (cover) करके आगे गमन (travel) करता है। जो आरएनए न्यूक्लियोटाइड आरएनए पॉलि के नीचे टेम्पलेट न्यूक्लियोटाइड के साथ क्षार युग्म बनायेगा वहीं न्यूक्लियोटाइड आगे जुड़ता जाता है।
आगे बढ़ती हुई आरएनए सूत्र के 3′ सिरे पर एक नयी न्यूक्लियोटाइड जुड़ती है तब आरएनए पॉलि अपने नीचे टेम्पलट पर नये न्यूक्लियोटाइड की तरफ बढ़ जाता है। यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक अनुलेखन समाप्त नहीं हो जाता।
- पूर्ववर्ती m-आरएनए शृंखला का समापन (Termination of prem-RNA chain)
अनुलेखन में 3 प्रकार के पॉलिमरेज प्रयुक्त होते हैं अतः तीनों प्रकार के यूकेरियोटिक पॉलिमरेज का समापन भी अलग प्रकार से होता है। आरएनए पॉलि I राइबोजोमल आरएनए (rRNA ) का अनुलेखन करते हैं जिनमें विशिष्ट क्षार अनुक्रम समापन प्रोटीन TT F-1 द्वारा पहचाने जाते हैं। यह 11 bp लम्बे मनुष्य में तथा 18 bp चूहों में पाये जाते हैं। यह आरएनए पॉलि 1 के अनुलेखन के समापन कारक कहलाते हैं। यह समापन प्रोटीन इन चिन्हित विशिष्ट अनुक्रम ( recognition segment) पर जब जुड़ते हैं तो अनुलेखन को रोक देते हैं जिसमें आरएनए पॉलि 1 टेम्पलेट से हट जाता है तथा नयी निर्मित आरएनए को अलग कर देता है।
आरएनए पॉलि II संरचनात्मक आरएनए के लिये कोड करने वाले प्रोटीन तथा रेगुलेटरी आरएनए जीन्स का अनुलेखन करते हैं। इनमें कोई विशिष्ट अनुक्रम विशिष्ट स्थल पर इनकी प्रक्रिया को समाप्त करने क़ लिये नहीं होते हैं।
प्रोटीन को कोडित करने वाले जीन्स में विदलन स्थल (cleavage site ) ऊर्ध्व प्रवाह AAUAAA अनुक्रम व अधोप्रवाह ( downstream) GU बहुल (rich) अनुक्रम के मध्य लगभग 40-60 न्यूक्ल्यिाटाइड की दूरी के मध्य स्थित रहता है। यह स्थल पूर्ववती m आरएनए का समापन स्थल निर्धारित करता है।
नये बनते आरएनए में जब यह दोनों अनुक्रम अनुलेखित हो जाते हैं तब एक प्रोटीन CPSF मनुष्यों में AAUAAA अनुक्रम तथा प्रोटीन CSTF (Cleavage stimulating factor) GU rich अनुक्रम से जुड़ जाता है। यह दोनों प्रोटीन (CPSF तथा CSTF) एक प्रोटीन कॉम्पलेक्स बनाते हैं। यह नये पूववर्ती m-आरएनए को अधो प्रवाह के 10-30 न्यूक्लियोटाइड पर AAUAAA स्थल पर अलग करता है। एन्जाइम पॉलि A पॉलिमरेज जो पॉलि A टेल को पूर्ववर्ती m-आरएनए पर जोड़ने के लिये उत्प्रेरित (catalyse) करता है वह भी इस कॉम्पेक्स का ही भाग है जो CPSF व CSTF निर्मित करते हैं।
पॉलि III, t-आरएनए 5S r-RNA तथा संरचनात्मक आरएनए जीन्स को अनुलेखित करता है। इनमें 4-7 U’s 3′ सिरे पर स्थित रहते हैं जो आरएनए पॉलि III को आरएनए को अलग करने के लिये उत्प्रेरित करते हैं।
पूर्ववर्ती m-आरएनए प्रोसेसिंग (Pre-m-RNA processing)
इन्ट्रॉन (नॉन कोडिंग जीन्स) के हटने से पहले पूर्ववर्ती m – आरएनए के 5′ सिरे पर कैप तथा 3′ सिरे पर पॉलि A टेल जुड़ जाती है। इसके लिए पूर्ववर्ती m – आरएनए अनुवाद से पहले एक निश्चित प्रक्रिया से गुजरता है।
यूकेरियोटिक m – आरएनए कुछ घण्टे तक रहते हैं जबकि ई. कोलाई (प्रोकेरियोटिक ) में यह मात्र 5 सेकण्ड में ही समाप्त हो जाते हैं।
पूर्ववर्ती m-आरएनए सर्वप्रथम आरएनए स्थिर प्रोटीन से आवरित होते हैं जो इन्हें अपघटन से सुरक्षित रखते हैं तथा केन्द्र से बाहर निकालने में सहायक हैं। तत्पश्चात् इनमें इन्हें स्थिर करने व सिगनल कारक 5′ तथा 3′ सिरे पर जोड़ने तथा नॉन कोडिंग जीन, जो अमीनो अम्ल को कोडित नहीं करते, उन्हें अलग करने के लिये निम्न तीन महत्वपूर्ण चरण सम्पन्न होते हैं।
- कैपिंग (Capping)
- पॉलिएडेनाइलेशन ( Polyadenylation)
- प्री-m- आरएनए स्प्लाइसिंग (pre-mRNA splicing)
कैपिंग (Capping)
यूकेरियोटिक m-आरएनए के 5′ सिरे पर होने वाले रूपान्तरण को कैपिंग कहते हैं। इसमें कैप में मिथाइलेटड GTP (गुआनोसिन ट्राइफास्फेट ) m आरएनए के 5 से 5 ट्राइफॉस्फेट ब्रिज (bridge) से जुड़ता है।
m-आरएनए प्रक्रिया में प्रथम चरण अनुलेख का 5′ सिरे का रूपातंरण है। यह रूपान्तरण एक संरचना 7-मिथाइल गुआनोसिन कैप (7-methyl guanosine cap) के 5′ सिरे से जुड़ने से होता है। वह प्रक्रिया, जिसमें एक मिथाइल गुआनोसिन ( 7-MeG or M7G) प्राथमिक ट्रांसक्रिप्ट hn आरएनए के 5′ सिरे से जुड़ता है, कैपिंग (capping) कहलाती है। यह कैप आरएनए के 20-30 न्यूक्लियोटाइड की अनुलेखन के पश्चात् जुड़ती है। कैपिंग का प्रारम्भन आरएनए के 5′ अन्तस्थ न्यूक्लियोटाइड से विपरीत विन्यास (orientation) में GTP (गुनाइन ट्राईफास्फेट) के जुड़ने से होता है। इस प्रकार G तथा आरएनए के 5′ सिरे पर उपस्थित A अथवा G न्यूक्लियोटाइड के मध्य 52 5′ आबन्ध बनता है। इनके मध्य 3 फास्फेट समूह मौजूद है। इसके पश्चात् G अवशेष से मिथाइल समूह जुड़ता है तथा आरएनए श्रृंखला के 1 या 2, 5′ न्यूक्लियोटाइड के राइबोज मोइटीज ( moisties) से भी जुड़ कर cap I तथा cap 2 निर्मित होती है। कैपिंग का उत्प्रेरण गुएनिल ट्रांसफरेज एन्जाइम द्वारा होता है।
कैपिंग m-आरएनए को सुरक्षित रखता है तथा इसकी फॉस्फेटेज तथा न्यूक्लियेज एन्जाइम से रक्षा करके इसे अनुवादन के लिये तैयार करता है।
पॉलिएडेनाइलेशन (Polyadenylation)
यूकेरियोटिक m-आरएनए के 3′ सिरे का रूपान्तरण (पॉलि A का जुड़ना) पॉलिएडीनाइलेशन (Polyadenylation) कहलाता है। इसमें 700 एडेनोसिन (A) न्यूक्लियोटाइड m – आरएनए के 3′ सिरे पर जुड़ कर एक पूंछ नुमा संरचना निर्मित करते हैं जिसे पॉलि A टेल (पूंछ) कहते हैं। इसमें एडेनोसिन मोनोफास्फेट की असंख्य कापियाँ संलग्न रहती है। प्रत्येक यूकेरियोटिक m-आरएनए में पॉली A टेल पायी जाती है। यह पॉलि A टेल उर्ध्व प्रवाह से 11-30 न्यूक्लियोटाइड पर AAUAAA अनुक्रम पर आकर जुड़ती है। यह स्थल (AAUAAA) एन्जाइम एन्डोन्यूक्लिद्वारा चिन्हित होता है जो आरएनए को कट (cut) करता है जिससे पॉलि A टेल पर यह विशिष्ट एन्जाइम पॉलिमरेज द्वारा पुनः जुड़ जाती है।
यह m-आरएनए के उत्पादन की प्रक्रिया का भाग है जिसका अनुवादन होना है। पॉलिएडीनाइलेशन m-आरएनए को स्थिर रखने में सहायक है। पॉलि A टेल अनुवादन के लिये भी महत्वपूर्ण है।
पूर्ववर्ती m – आरएनए स्लाइसिंग (Pre m-RNA splicing)
यूकेरियोट जीन्स एक्जॉन कहलाते हैं जो प्रोटीन को कोडित करते हैं वो क्रियाशील होते हैं। इनका एक्स (Ex) का अर्थ है यह अपने आपको प्रदर्शित (express) करते हैं। इन्ट्रॉन इनके मध्य स्थित रहते हैं तथा पूर्ववर्ती m-आरएनए प्रक्रिया (प्रोसेसिंग) के दौरान इनसे अलग हो जाते हैं। यह प्रोटीन के लिये कोड नहीं करते। प्रोटीन संश्लेषण से पहले सभी इन्ट्रॉन्स का पूरी तरह से अलग होना आवश्यक है।
स्प्लाइसिंग (Splicing) : वह प्रक्रिया, जिसमें इन्ट्रॉन पूर्ववर्ती प्रोसेसिंग के दौरान एक्जॉन के बीच में से अलग हट कर सभी एक्जॉन को आपस में जोड़ती है, स्प्लाइसिंग कहलाती है। इन्ट्रॉन अलग हट कर अपघटित हो जाते हैं। यह प्रक्रिया केन्द्रक में ही सम्पन्न होती है तथा विशिष्ट अनुक्रम पर खास विधि से सम्पन्न होती है।
स्प्लासिंग की प्रक्रिया आ पात्रे (In vitro) परिस्थितियों में अच्छी तरह विश्लेषित की गयी है। इसमें पूर्व m-आरएनएं को संरचनात्मक जीन्स के क्लोनिंग द्वारा संश्लेषित किया गया। स्प्लाईसियोजोम (Spliceosomes)
यह प्रोटीन व आरएनए अणु का एक सम्मिश्र है जहाँ पूर्ववर्ती m – आरएनए में स्प्लाइसिंग प्रक्रिया सम्पन्न होती है। प्रत्येक सप्लाइसियोजोम में 5 उपइकाइयाँ स्नर्प ( Snurps ) होती है। यह छोटे न्यूक्लियर राइबोन्यूक्लियो कण (small nuclear ribo nucleo particles – SnRNPS) कहलाते हैं। यह (SnRNPS) प्रोटीन तथा छोटे न्यूक्लियर आरएनए (यह सिर्फ केन्द्रक में ही पाया जाता है। ) से निर्मित सम्मिश्र है।
इन्ट्रॉन के 5′ सिरे पर सदैव GU तथा 3′ सिरे पर AG न्यूक्लियोटाइड अनुक्रम पाये जाते हैं। अर्थात् इन्ट्रॉन सदैव GU से प्रारम्भ होता है व AG पर समाप्त होता है। स्प्लाइसियोजोम पूर्ववर्ती m- आरएनए की शर्करा फास्फेट बैकबोन (backbone) को G पर कट लगा कर इस स्थान को अर्थात् G को इन्ट्रॉन के दूसरे सिरे A न्यूक्लियोटाइड से जोड़ देता है।
तत्पश्चात् स्प्लाइंसियोजोम पहले एक्जॉन के 3′ सिरे को दूसरे एक्जॉन के 5′ से जोड़ देता है। इस प्रकार दो एक्जॉन आपस में जुड़ कर एक इन्ट्रॉन को लेरियेट (Lariat ) रूप में अलग कर देते हैं।
यूकेरियोट व प्रोकेरियोट के अनुलेखन में भिन्नतायें (Variation in Transcription of Eukaryotes and Prokaryotes):
प्रोकेरियोट में तीन भिन्न प्रमोटर तत्व पाये जाते हैं जैसे – 10 – 35 प्रमोटर्स तथा उर्ध्वं प्रवाह तत्व (Upstream elements) जबकि यूकेरियोट में अनेक प्रमोटर तत्व मिलते हैं जिनमें टाटा बॉक्स (TATA Box), सीसीएटी बॉक्स (CCAAT Box) प्रारम्भन तत्व (Initiater element), अधोप्रवाह क्रोड प्रमोटर तत्व (downstream core promoter element ) CAAT Box तथा GC Box इत्यादि प्रमुख है।
यूकेरियोट के प्रमोटर में मात्र एक आरएनए पॉलिमरेज पाया जाता है परन्तु यूकेरियोट में तीन प्रकार पॉलिमरेज जैसे पॉलिमरेज 1, पॉलिमरेज II तथा पॉलिमरेज III मिलते हैं।
यूकेरियोट में विभिन्न अनुलेखन कारक पॉलिमरेज के साथ जुड़ कर प्रारम्भन सम्मिश्र (Initiation complex) बनाते हैं। ऐसा प्रोकेरियोट में नहीं होता ।
प्रोकेरियोट में अनुलेखन (Transcription ) एवं अनुवाद ( Translation) दोनों लगातार सम्पन्न होते हैं जबकि यूकेरियोट में आरएनए सर्वप्रथम न्यूक्लियस में अनुलेखित होता है तत्पश्चात् सायटोप्लाज्म में पहुँचता है तथा पश्च अनुलेखन रूपान्तरण (Post transcription and modification) जैसे कैपिंग (capping), पॉलीएडेनाइलेशन (Polyadenylation) तथा स्प्लाइसिंग (Splicing) इत्यादि प्रक्रियाओं से गुजरता है। यह सारी प्रक्रियायें प्रोकेरियोट में नहीं होती हैं।
प्रोकेरियोट m-आरएनए पॉलिसिस्ट्रोनिक (Polycistronic ) होते हैं तथा एक mआरएनए पर अनेक जीन पाये जाते हैं जो एक से अधिक अमीनो अम्ल के लिये कोड करते हैं।
यूकेरियोटिक m – आरएनए मोनोसिस्ट्रॉनिक होते हैं तथा m-आरएनए एक ही अमीनो अम्ल के लिये कोडित होता है।
प्रोकेरियोटिक में अनुलेखन का समापन (Termination) रो – निर्भर (rho-dependent) अथवा रो आत्मनिर्भर (rho-independent) प्रक्रिया द्वारा होता है जबकि यूकेरियोट में यह दो तत्वों पॉलि A सिग्नल तथा एक अधो प्रवाह (downstream) समापन अनुक्रम (Terminator sequence) द्वारा होता है।
प्रश्न (Questions)
(A) बहुविकल्पी प्रश्न ( Multiple Choice Type Questions)
- यूकेरियोटिक जीवों में अनुलेखन के प्रारम्भन में कौन सा पॉलिमरेज भाग लेता है –
(a) आरएनए पॉलिमरेज I
(b) आरएनए पॉलिमरेज II
(c) आरएनए पॉलिमरेज III
(d) आरएनए पॉलिमरेज IV
Which of the following polymerase takes part in the initiation of transcription in eukaryotic organisms –
(a) RNA Polymerase I
(c) RNA polymerase III
(b) RNA polymerase II
(d) RNA polymerase IV
- रिपोर्टर जीन कहलाते हैं-
(a) मार्कर जीन
(c) a + b
(b) वरणीय जीन
(d) सवंर्धन जीन
Reporter gene are called as-
(a) Marker gene
(c) a + b
(b) Selectable gene
(d) Enhancer gene
- यूकेरियोटिक में अनुलेखन प्रारम्भन संकुल है-
(a) TF II A
(c). TF HI D
(b) TF II B
(d) सभी
Which of the following is transcription initiation complex –
(a) TF II A
(c) TF II D
(b) TF II B
(d) All
- ट्रांसजीनी हेतु सबसे अधिक किस प्रमोटर का प्रयोग होता है-
(a) 35 S
(c) u b i II
(b) ubi I
(d) Sh I
For transgene promoter is used more-
(a) 35 S
(c) ubi II
(b) ubi I
(d) Sh I
- नये संश्लेषित आरएनए के कितने न्यूक्लियोटाइड टेम्पलेट डीएनए के साथ अनुलेखन बबल में युग्मित होते हैं-
(a) 6
(c) 10
(b) 8
(d) 12
How many nucleotides of newly synthesized RNA are paired with DNA template in transcription bubble-
(a) 6
(c) 10
(b) 8 (d) 12
- आरएनए पॉलिमरेज II हेतु समापन स्थल पर कौन से अनुक्रम स्थित होते हैं-
(a) GC – युक्त
(c) AAUAAA
(b) ATAT
(d) उपर्युक्त सभी।
Which of the following sequence is present at stop site for RNA polymerase II-
(a) GC rich
(c) AAUAAA
(b) ATAT
(d) All of the above
- इन्ट्रॉन निम्न में उपस्थित होते हैं-
(a) पूर्ववर्ती m-आरएनए
(c) डीएनए
(b) m-आरएनए
(d) a+c
Introns are present in which of the following- (a) Pre m-RNA
(b) m-RNA
(c) DNA
(d) a+c
- कैपिंग में कैप को चिन्हित करें-
(a) M,G
(b) 7-मिथाइल गुनोसिन
(c) 7-MeG
(d) उपरोक्त सभी
Identify cap in capping –
(a) M-G
(b) 7-Methyl guinosin
(c) 7-MeG
(d) All of the above
- पॉलिएडेनाइलेशन में कौन सा न्यूक्लियोटाइड जुड़ता है-
(a) एडेनोसिन
(c) साइटोसिन
(b) गुवानिन
(d) यूरेसिल
Which nucleotide is added in polyadenylations-
(a) Adenosine
(c) Cytosine
(b) Guanine
(d) Uracil
- पॉलि A टेल उर्ध्वप्रवाह से कितने न्यूक्लियोटाइड पर जुड़ती है-
(a) 2–4 न्यूक्लियोटाइड
(c) 11-30 न्यूक्लियोटाइड
(b) 6-8 न्यूक्लियोटाइड
(d) 50-6 न्यूक्लियोटाइड
Poly A tail is added at how many nucleotides from upstream sequence-
(a) 2-4 nucleotide
(c) 11-30 nucleotide
(b) 6-8 nucleotide
(d) 50-6 nucleotide
- अनुलेखन किस विकर द्वारा सम्पन्न किया जाता है-
(a) डीएनए पॉलीमरेज
(c) आरएनऐज
(b) आरएनए पॉलीमरेज
(d) रिवर्स ट्रांस्क्रिपटेज
Transcription is carried out by the enzyme-
(a) DNA polymerase
(c) RNASe
(b) RNA polymerase
(d) Revere transcription
- इन्ट्रॉन सदैव किस क्षार अनुक्रम से प्रारम्भ होते हैं-
(a) AT
(c) GU
(b) GC
(d) उपरोक्त सभी
Introns start with which base series-
(a) AT
(c) GU
(b) GC
(d) All of the above
- इन्ट्रॉन सदैव किस क्षार अनुक्रम पर समाप्त होते हैं ?
(a) GC
(c) AT
(b) GU
(d) AG
Introns stop at which base sequence-
(a) GC
(c) AT
(b) GU
(d) AG (d)
- स्प्लाइसिंग के दौरान इन्ट्रॉन का कौन सा अनुक्रम किसके साथ जुड़ कर इसे अलग करता है-
(a) A को T से
(c) C को T से
(b) G को A से
(d) A को C से
During splicing which introns sequence join with which of the following to make it different-
(a) A with T
(c) C with T
(b) G with A
(d) A with C (b)
- प्रोकेरियोट में कितने प्रमोटर तत्व होते हैं-
(a) 3
(c) 7
(b) 5
(d) 15
How many promoter factors are present in prokaryotes-
(a) 3
(c) 7
(b) 5
(d) 15
- किस वैज्ञानिक ने संरचना पर आधारित जीन के तीन प्रकार बताये-
(a) बेंजर
(c) मुलर
(b) मार्गन
(d) खुराना
Who proposed three type of genes on the basis of structure-
(a) Benzer
(b) Morgan
(c) Muller
(d) Khurana
- सेन्ट्रल डोग्मा किसने प्रतिपादित किया-
(a) वाटसन
(b) क्रिक
(c) मार्गन
(d) मुलर
Who proposed the ‘Central Dogma’ –
(a) Watson
(b) Crick
(c) Morgan
(d) Muller
- एक कोडोन में पाये जाते हैं-
(a) एक न्यूक्लीयोटाइड
(b) दो न्यूक्लीयोटाइड
(c) तीन न्यूक्लीयोटाइड
A codon is composed of-
(a) One nucleotide
(c) Three nucleotides
(d) चार न्यूक्लियोटाइड
(b) Two nucleotides
(d) Four nucleotides
(B) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये ( Fill in the blanks)
1.कोडिंग जीन्स को ……………. कहते हैं । एक्जॉन
Coding genes are called……………….. (Exon)
- नॉन कोडिंग जीन्स को……. कहते हैं (इन्ट्रॉन)
Non coding genes are called……………… ( Intron )
- ऐसे जीन्स जो प्रोटीन के लिये कोड नहीं करते………………कहलाते हैं। (इन्ट्रॉन)
Those genes which are do not code for proteins are called ( Intron )
- प्रारम्भ स्थल…………… के भीतर स्थित रहता है। (प्रमोटर)
Strat point is situated inside………………… (Promoter)
- आरएनए पॉलिमरेज……………… से आबद्ध होता है। (प्रमोटर)
RNA polymerase binds with………………………. (Promoter)
- विपरीतार्थक सूत्र का विन्यास …………………’ दिशा में होना आवश्यक है । (3,5)
It is essential for antisense orientation in the direction (3,5)
- टाटा बॉक्स में……bb लम्बा AT क्षार युग्मों का सर्वसम्मत अनुक्रम होता है। (आठ)
Base pairs of ……………..bp long consensus sequences of AT is present in TATA box (eight)
- टाटा बॉक्स सदैव………………………… क्षार युग्म की दूरी पर स्थित होते हैं। (~25)
TATA box is present at …..base pair distance site. (~25)
- केट बॉक्स सदैव… bp ऊर्ध्व दिशा में स्थित होता है। (50-130)
CAAT box is situated at……….bp upstream sequences (50-130)
- जीसी बॉक्स……….. bp उर्ध्व प्रवाह पर स्थित होता है। (100)
GC box is situated at… ..bp in upstream sequence (100)
- केट बॉक्स में सर्वसम्मत अनुक्रम……….. होता है। (GGT/C CAATCT)
Consensus sequence present in CAAT box is. (GGT/C CAATCT)
- जीसी बॉक्स में सर्वसम्मत क्रम …………………….होता है। (GGGCGGG )
Consences sequence present in GC box is ………….. (GGGCGGG )
- प्रतिलेखन की क्रिया में डीएनए से……………… बनता है। (आरएनए)
Transcription is the process of formation of……………. from DNA.(RNA)
14…………….. ने सिस्ट्रॉन शब्द प्रतिपादित किया । (बेंजर)
proposed the word cistron. (Benzer)
15………………..पुनःसंयोजन की सूक्ष्मतम इकाई है ? (रिकॉन)
…………is the smallest unit of recombination. (Recon)
(C) सत्य / असत्य बताइये (True Or False)
- राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण के स्थल होते हैं। (सत्य)
Ribosomes are the site for protein synthesis. (True)
- टेमिन ने रिवर्स ट्रांस्क्रिप्टेज विकर रिपोर्ट किया। (सत्य)
Temin reported reverse transcriptase enzyme. (True)
- केन्द्रीय अवधारणा वाटसन तथा क्रिक ने प्रस्तुत की । (असत्य)
Central dogma was proposed by Watson and Crick. (False)
- जम्पिंग जीन सर्वप्रथम मक्का में रिपोर्ट किये गये। (सत्य)
Jumping genes were reported in maize for the first time (True)
- लक्स ल्यूसिफरेज जीन जीवाणु में फॉस्फोरिसेन्स को अभिव्यक्त करती है। (सत्य)
In Bacteria the lux luciferase gene expresses phosphorescence. (True)
(D) टिप्पणी लिखिये (Write short notes )
- अनुलेखन कारक (Transcription factor)
- इन्ट्रॉन (Intron )
- एक्जॉन (Exon )
- टाटा बॉक्स (TATA Box)
- जीन की परिभाषा ( Definition of a gene)
- आरएनए पॉलि 11 के लिये प्रमोटर ( Promoters for RNA polymerase)..
- यूकेरियोटिक प्रमोटर (Eukaryotic promoters )
- आरएनए पॉलिमरेज (RNA polymerase)
- केन्द्रीय सिद्धान्त (Central Dogma)
- अनुलेखन प्रारम्भन सम्मिश्र (Transcription initiation complex)
- स्प्लाइसियोजोम ( Spliceosome )
- स्प्लाइसिंग (Splicing).
- अनुलेखन का समापन ( Termination of Transcription)
(E) लघूत्तरात्मक प्रश्न ( Short Answer type Questions)
- अनुलेखन किस दिशा में सम्पन्न होता है ?
In which direction transcription takes place ?
- सार्थक सूत्र क्या है ?
What is secure strands?
- विपरीतार्थक सूत्र क्या है ?
What is antisense strand?
- अनुलेखन के दौरान आरएनए पॉलिमरेज अणु डीएनए के किस खांचे में संचलित होता है।
RNA polymerase moves in which groove of DNA during transcription?
- जीन की परिभाषा दीजिये ।
Define a gene.
- म्यूटॉन की परिभाषा दीजिए ।
Define Muton.
- जन्क जीन की परिभाषा दीजिए।
Define Junk gene.
- प्रोकेरियोटिक में जीन की संरचना बताइये।
Give the structure of procaryotic gene.
- जीन संरचना के विभिन्न अवयव बताइये |
Give the various components of gene construct.
- विभिन्न प्रकार के जीन को लिखिये ।
Write about various types of genes.
- ऊर्ध्वप्रवाह अनुक्रमों को परिभाषित कीजिये ।
Define upstream sequences
- अधोप्रवाह अनुक्रमों को परिभाषित कीजिये ।
Define down stream sequences.
- वर्णन कीजिये कि अनुलेखन कैसे व कब समाप्त होता है ?
Describe how and when transcription is terminated.
- अनुलेखन के दीर्घीकरण के दौरान क्या होता है ?
Describe what happens during transcription elongation.
(F) निबन्धात्मक प्रश्न (Essay type Questions)
- यूकेरियोटिक जीवों में अनुलेखन का वर्णन कीजिये ।
Describe transcription in Eukaryotic organisms.
- पूर्ववर्ती m आरएनए के संश्लेषण को यूकेरियोट में समझाइये |
Explain pre m-RNA synthesis in eukaryotes.
- पूववर्ती m – आरएनए से m आरएनए कैसे संश्लेषित होता है, वर्णन कीजिये ।
Describe how m-RNA is synthesized from pre m RNA?
- विस्तारपूर्वक पूर्ववर्ती m आरएनए की प्रक्रिया (प्रोसेसिंग) का वर्णन कीजिये ।
Describe pre m-RNA processing in detail.
5 अनुलेखन का प्रारम्भन कैसे होता है इसका वर्णन कीजिये। साथ ही यह डीएनए सूत्र पर कैसे आगे बढ़ता है इसका वर्णन कीजिये ।
Describe how transcription is initiated and proceeds along the DNA strand.
- जीन की आधुनिक अवधारणाओं को बतलाइये ।
Write about modern concept of genes.
- जीन का वर्गीकरण, इसकी संरचना व कार्य के आधार पर बताइये ।
Write about classification of genes on the bases of its structure and function.
- यूकेरियोटिक में जीन नियमन दर पर आलेख लिखिये ।
Write an article on regulation of gene expression in eukaryotes.
- यूकेरियोटिक अनुलेखन में विभिन्न चरणों को सूचीबद्ध कीजिये। आरएनए पॉलिमरेज की भूमिका का भी वर्णन कीजिए
List the steps in eukaryotic transcription and describe the role of RNA polymerase.
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